सेब का सिरका
2022-05-24 17:09:42
ए फॉर एप्पल। एप्पल माने सेब। इस लाइन को बच्चे बचपन से सुनते हुए बड़े होते हैं और बड़े लोग इसे बोलते हुए। इसलिए सेब के विषय में यह कहना कतई गलत नहीं होगा कि सेब एक ऐसा फल है जिससे हर कोई परिचित है। यह तो हम सभी लोग जानते हैं कि सेब सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद फल है। लेकिन साथ में हमें यह भी जानना चाहिए कि सेब का सिरका भी हमारी सेहत और स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। यही वजह है कि जिस तरह डॉक्टर हमें सेब खाने की सलाह देते हैं। वैसे ही घर के बड़े-बुजुर्ग सेब के सिरके का सेवन करने को कहते हैं।
सेब के सिरके को अंग्रेजी में एप्पल साइडर विनेगर (apple cider vinegar) कहा जाता है। यह एक तरह का सेब का ही मिश्रण होता है। जिसे सेब के रस को फरमेंट करके तैयार किया जाता है। जो कई दिनों तक खराब नहीं होता। एप्पल विनेगर के औषधीय गुणों को देखते हुए आज पूरी दुनिया के लोग इसका इस्तेमाल हेल्थ सप्लीमेंट और विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का जायका बढ़ाने के लिए करते हैं। लेकिन अम्लीय स्वाद होने के कारण इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
एप्पल साइडर विनेगर में मौजूद पोषक तत्व-
सेब के सिरके में एसिटिक एसिड की उच्च मात्रा होती है। जो हृदय के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अतिरिक्त एप्पल विनेगर में कई प्रकार के प्रोटीन, एंजाइम, विटामिन और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। जो स्वास्थ्य लाभों के साथ कील, मुंहासे, रूसी जैसी त्वचा और बालों से संबंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं।
एप्पल विनेगर के फायदे;
वजन कम करने के लिए-
सेब के सिरका में एसिटिक एसिड होता है। जो बॉडी के अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद करता है। दरअसल एप्पल विनेगर में मौजूद एसिटिक एसिड वसा के जमाव को रोककर चयापचय में सुधार करता है। इसलिए वजन कम करने के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में एप्पल साइडर विनेगर को शामिल करना चाहिए।
पाचन के लिए-
सेब का सिरका पाचन और गैस जैसी पेट की समस्या के लिए लाभकारी होता है। सेब के सिरके का सेवन डाइजेस्टिव जूस को उत्तेजित कर पाचन क्रिया में सकारात्मक प्रभाव डालने का काम करता है। जिससे शरीर के पाचन तंत्र के कार्य में सुधार होता है।
गले की खराश के लिए-
बदलते मौसम या ठंडी-गरम चीजों का सेवन करने से गले में खराश होना एक आम समस्या है। ऐसे में सेब का सिरका आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण गले की खराश को दूर करने का काम करते हैं। इसके लिए रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुने पानी करके उसमें एक चम्मच एप्पल विनेगर डालकर पिएं।
दांतों के लिए-
सेब का सिरका दांतों को साफ करने में मदद करता है। एनसीबीआई की साइट पर प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि सेब का सिरका दांतों के पीलेपन के लिए ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करता है। जिससे दांतों के रंग में सुधार होता है।
गठिया/जोड़ों में दर्द के लिए-
जोड़ों में दर्द और गठिया रोग से पीड़ित लोगों के लिए सेब का सिरका फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। जो गठिया और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं में राहत पहुंचाने का काम करते हैं। इसके अलावा एप्पल विनेगर में एंटिनोसाइसेप्टिव (दर्द की तीव्रता को कम करने वाला) गुण भी होता है। जो तेज दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए-
एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार सेब का सिरका इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory) को बढ़ावा देता है। एप्पल विनेगर में फ्लेवोनोइड और एसिटिक एसिड मौजूद होते हैं। जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने का काम करते हैं। इसके अतिरिक्त सेब के सिरके में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण कई तरह के बैक्टीरिया को दूर कर शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
ब्लड प्रेशर के लिए-
एप्पल विनेगर में मौजूद एसिटिक एसिड में एंटी-ह्यपरटेंसिव (Antihypertensive) यानी ब्लड प्रेशर को कम करने वाला का गुण होता है। इसलिए संतुलित मात्रा में सेब के सिरके का उपयोग करके ब्लड प्रेशर के जोखिमों से बचा जा सकता है।
ब्लड शुगर के लिए-
एप्पल विनेगर का इस्तेमाल डायबिटीज के लिए किया जा सकता है। सेब का सिरका शरीर में ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा सेब के सिरके में एसिटिक एसिड होता है। जिसमें एंटी-डायबिटिक और एंटी-ग्लाइसेमिक प्रभाव होता है। इसी कारण एप्पल विनेगर मधुमेह की समस्या में कुछ हद आराम देने का काम करता है।
कोलेस्ट्रॉल के लिए-
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हृदय रोग और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का कारण बनता है। लेकिन इस तरह की बीमारियों से बचने में एप्पल साइडर विनेगर काफी मददगार सबित होता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की रिपोर्ट के अनुसार आहार में मौजूद एसिटिक एसिड और सीरम टोटल कोलेस्ट्रॉल एवं ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करते हैं। इस रूप में सेब का सिरका एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने का काम करता है।
मुंहासों के लिए-
सेब के सिरका मुंहासों को दूर करने में भी मदद करता है। सेब के सिरके में मौजूद एसिड मुंहासे और उसके बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करता है। एप्पल विनेगर स्किन के pH लेवल को नियंत्रित रखता है और त्वचा को संक्रमण से बचाता है। इसके लिए थोड़े से पानी में दो से चार एमएल सेब के सिरके को डालकर उसे मुंहासों पर लगाकर रात भर सूखने दें। फिर सुबह उठकर ठंडे पानी से धोएं। ऐसा लगातार कुछ दिनों तक करने से मुंहासे पूरी तरह खत्म हो जाएंगे।
त्वचा के निखार के लिए-
सेब का सिरका चेहरे और स्किन के दाग धब्बों को कम करके त्वचा को साफ़ और चमकदार बनाने में मदद करता है। इसके लिए एप्पल विनेगर और वाटर (पानी) को 1:3 के अनुपात में मिलाएं। अब रुई की मदद से मिश्रम को त्वचा के प्रभावित हिस्से पर लगाएं। कुछ समय बाद इसे ठंडे पानी से धोएं। कुछ दिनों तक नियमित इस प्रक्रिया को दोहराएं, आपको फर्क दिखने लगेगा।
सनबर्न के लिए-
एप्पल साइडर सिरका स्किन के pH लेवल को संतुलित रखकर संक्रमण से बचाता है। इसके अतिरिक्त सेब के सिरके को धूप की कालिमा का इलाज करने में भी कारगर माना गया है। इसके लिए नहाने वाले पानी में एक कप एप्पल विनेगर डालकर स्नान करें। कुछ दिनों को इस प्रक्रिया को दोहराएं। इससे सनबर्न जल्दी ठीक हो जाएगा।
बालों के लिए-
बालों के लिए भी एप्पल विनेगर का प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए बालों में शैम्पू करने के बाद पानी में थोड़ा एप्पल विनेगर मिलाकर उससे बालों को धोएं। ऐसा करने से बाल स्वस्थ और चमकदार बनते हैं।
डैंड्रफ और ऑयली बालों के लिए-
सेब के सिरके का इस्तेमाल करके डैंड्रफ और ऑयली हेयर की समस्या को खत्म किया जा सकता है। क्योंकि एप्पल विनेगर में मौजूद एसिड बालों में रूसी और मौजूद तेल की अधिक मात्रा को कम करने का काम करते हैं। इसके लिए दस से पंद्रह एमएल सेब के सिरके में एक से दो गिलास पानी मिलाकर इसे सिर की त्वचा और बालों की जड़ों में लगाएं। बेहतरीन परिणाम पाने के लिए हफ्ते में दो बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
एप्पल विनेगर के नुकसान-
- अधिक एसिटिक खाद्य या पेय पदार्थों से दांत संवेदनशील हो जाते हैं। इसलिए सेब के सिरके का अधिक सेवन दांतों को खराब कर सकता है।
- एप्पल साइडर विनेगर के अधिक सेवन से मतली की समस्या हो सकती है।
- एप्पल विनेगर के अधिक प्रयोग से भूख में कमी हो सकती है।
- सेब के सिरके का इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए किया जाता है। इसलिए जो लोग लो ब्लड प्रेशर की शिकायत से पीड़ित हैं उन्हें सेब के सिरके का सेवन नहीं करना चाहिए।
- संवेदनशील त्वचा पर एप्पल विनेगर प्रयोग करने से जलन और रैशेज की समस्या हो सकती है। इसलिए त्वचा पर इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
सेब का सिरका बनाने की विधि-
अच्छी क्वालिटी के उतने सेब लें जितने सेबों का आप सिरका बनाना चाहते हैं। अब सभी सेबों को छिलकर, बीज निकालकर उन्हें अच्छे से धो लें। अब उनकों छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर किसी साफ ग्लास जार में भर दें। अब जार में उतना पानी डाल दें जिससे सेब के सारे टुकड़े उसमें डूब जाएं। अब किसी जालीदार कपड़े से जार को ढक दें। जार को इस तरह के कतई बंद न करें जिससे उसके अंदर हवा न जा पाए। बल्कि बल्कि ऐसे बंद करें जिससे हवा जालीदार कपड़े से अंदर जा सकें। अब इस जार को कम से कम छ: महीनों के लिए किसी अंधेरे और गर्म स्थान वाली जगह पर रख दें। छ: महीनों के बाद जार को खोलने पर उसमें फर्मेंटेड (किण्वित) हो चुका होगा और ऊपर बैक्टीरिया के कारण एक तरह की परत जम गई होगी। अब इस लीक्वीड को उसी जालीदार कपड़े से किसी दूसरे साफ जार में छानकर उसे फिर से उसी कपड़े से बंद करके और कुछ हफ्तों के लिए उसे अंधेरी और गर्म जगह पर रहने दें। कुछ हफ्तों बाद लीक्वीड को किसी अन्य बर्तन में निकालकर उपयोग के लिए फ्रिज में स्टोर कर दें। इस प्रकार सेब का सिरका (एप्पल साइडर विनेगर) तैयार किया जा सकता है।