बंद नाक के लक्षण, कारण और घरेलू उपाय
2023-02-01 15:07:44
आमतौर पर बंद नाक कोई बड़ी समस्या नहीं है। लेकिन कभी-कभी यह समस्या किसी गंभीर बीमारी जैसे साइनसाइटिस का संकेत भी हो सकती है। बंद नाक की समस्या कई कारणों से होती है। यह मुख्य रूप से सर्दी लगना, साइनस में संक्रमण, प्रदूषण, एलर्जी और बैक्टीरिया संक्रमण आदि के कारण होता है।
बंद नाक क्या होता है?
बंद नाक का शाब्दिक अर्थ नाक में भीड़ या जमाव होता है। जिसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। हालांकि यह सामान्य सर्दी-जुकाम की वजह से होता है। लेकिन कभी-कभी आतंरिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण भी हो सकता है। वहीं दूसरे शब्दों में जब नाक के अंदर किसी कारणवश द्रव भर जाता है या साइनस में सूजन आ जाती है। इसे बंद नाक की समस्या कहा जाता है। यह सूजन या द्रव भरने की समस्या किसी संक्रमण के कारण होती है। जो आम सर्दी-जुकाम के रूप में शुरू होता है। उसके बाद एक बैक्टीरियल, वायरल एवं फंगल इंफेक्शन के रूप में पूरी तरह से विकसित हो जाता है। जिससे व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी, बेचैनी, सिरदर्द आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
बंद नाक के सामान्य लक्षण-
बंद नाक के सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं-
- नाक में जमाव या गंदगी होना।
- नाक के आतंरिक हिस्सों में सूजन होना।
- सांस लेने में दिक्कत महसूस करना।
- गले में खराश होना।
- नाक बहना।
कभी-कभी बंद नाक की समस्या किसी आतंरिक बीमारी जैसे साइनस इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है। जिसमें निम्नलिखित लक्षण शामिल हैं:
- खांसी, जुकाम या बुखार होना।
- सांस लेने में तकलीफ होना।
- रात में खांसी का बढ़ जाना।
- सांसों से दुर्गंध आना।
- नाक, आंख, गला, सिर के आसपास सूजन एवं दर्द का आभास होना।
- दातों और ऊपरी जबड़ों की सतह पर दर्द महसूस करना।
- गंध एवं स्वाद का पता न चलना।
- कमजोरी या थकान महसूस करना।
- जी मिचलाना।
- चिड़चिड़ापन महसूस करना।
बंद नाक के कारण-
वैसे तो छोटी-मोटी कई ऐसी बीमारियां हैं, जो बंद नाक का सामान्य कारण बनती है। जिसमें मुख्य रूप से सर्दी-जुकाम, फ्लू एवं साइनस के संक्रमण आदि अहम भूमिका निभाते हैं। इन बीमारियों को होने से नाक द्रव से भर जाता है। इसके अलावा उसमें सूजन आ जाती है। परिणामस्वरूप नाक बंद होने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। आमतौर पर इन बीमारियों के कारण होने वाले बंद नाक की समस्या 1 सप्ताह के अंदर स्वतः या कुछ घरेलू उपाय करने से ठीक हो जाती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि यह समस्या दवा लेने या कुछ घरेलू उपचार करने के बाद 1 सप्ताह के अंदर ठीक नहीं होती है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। क्योंकि यह किसी गंभीर अन्तर्निहित बीमारी का कारण हो सकता है। लंबे समय तक बंद नाक की समस्या के निम्न कारण हो सकते हैं:
- फंगस एवं बैक्टीरिया संक्रमण का होना।
- नाक में एलर्जी होना।
- पराग ज्वर अर्थात पराग के संपर्क में होने वाला एलर्जी।
- प्रदूषित वातावरण का होना।
- रासायनिक धुआं एवं धूल के संपर्क में आना।
- क्रॉनिक साइनस होना।
- नाक की हड्डी का नुकीले आकार में बढ़ना।
- सेप्टम यानी नाक की बीच वाली दिवार का तिरछा होना।
- नाक मार्ग में ट्यूमर या पोलिप्स का बनना।
बंद नाक होने पर करें बचाव-
- अच्छे से आराम करें।
- धूम्रपान करने से बचें।
- गुनगुना पानी पिएं।
- प्रचुर मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें।
- प्रदूषित वातावरण और धूल-मिट्टी जैसी जगहों पर जाने से बचें।
- भोजन करने से पूर्व हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
- छींकने, खांसने के बाद या शौचालय से आने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
इसके अलावा अपने नाक के वायुमार्गों को नमी प्रदान करने के लिए निम्न तरीके अपनाएं:
- हल्के गर्म पानी में स्नान करें।
- नियमित रूप से भाप लेते रहें।
- गुनगुने फेसियल पैक का उपयोग करें।
- प्रचुर मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें। ऐसा करने से बलगम पतला होता है। जिससे वायुमार्ग खुलने में मदद मिलती है।
- वैपोराइजर या ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें।
- सेलाइन स्प्रे का उपयोग करना अच्छा होता है। क्योंकि यह नमकीन पानी होता है जो नाक के वायुमार्ग को नमी प्रदान करता है।
- नेजल इरिगेटर या बल्ब सिरिंज का इस्तेमाल करें।
- हल्के गर्म या गीले तौलिए को अपने चेहरे पर रखें। यह नाक के बंद मार्गों को खोलने में सहायक होता है।
- सोते समय अपने सिर के नीचे तकिए रखकर सोएं। ऐसा करने से सांस लेने में आसानी होती है।
बंद नाक के घरेलू उपचार-
सेब का सिरका-
सेब का सिरका बंद नाक की समस्या के लिए बेहतरीन घरेलू दवाओं में से एक है। क्योंकि इसमें एसिटिक एसिड होता है जिसमें एंटी माइक्रोबियल होता है, जो बैक्टीरिया और वायरस संक्रमण से लड़ता है। इसके लिए एक चम्मच सेब का सिरका और शहद को गर्म पानी में मिलाकर सेवन करें।
अदरक चाय-
अदरक में एनाल्जेसिक और एंटी बैक्टीरियल गुण मौजूद है। जो सूजन और दर्द को दूर करते हैं। इसलिए शहद युक्त अदरक की चाय या किसी भी रूप में अदरक का इस्तेमाल करना बंद नाक के लिए फायदेमंद होता है।
लहसुन-
लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो बंद नाक के लक्षणों को दूर करने का काम करते हैं। इसके लिए लहसुन की 4 से 5 कलियों को पीसकर गर्म पानी में डालकर सूप बना लें। हल्का गुनगुना होने पर इस सूप को पिएं। इससे बंद नाक में आराम मिलता है।
एसेंशियल ऑयल-
बंद नाक होने पर एसेंशियल ऑयल का उपयोग अरोमा थेरेपी के रूप में करना कारगर साबित होता है। यह थेरेपी नाक में होने वाली सूजन और बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करती है। इसके लिए तुलसी, पेपरमिंट, गुलमेहंदी, यूकलिप्टस, लोबान या इसमें से कोई एसेंशियल ऑयल की 2 से 3 बूंदों को डिफ्यूजर में डालकर इसकी खुशबू को सूंघें। ऐसा करने बंद नाक में आराम पहुंचता है।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
- लगातार एक हफ्ते से अधिक दिन तक बंद नाक की समस्या रहने पर।
- 2-3 दिन से अधिक बुखार होने पर।
- सांस लेने में अधिक कठिनाई होने पर।
- ऑक्सीजन की कमी महसूस करने पर।
- नाक से हरे रंग के द्रव निकलने पर।
उपरोक्त लक्षण में से कोई एक दिखने पर तुरंत ईएनटी विशेषज्ञ के पास जाकर इसका निदान करवाएं।