आयुर्वेद में कद्दू एसेंशियल ऑयल का महत्व और फायदे
2022-05-24 18:48:33
प्रकृति में पाए जाने वाले तमाम पदार्थों में कई औषधिय गुण पाए जाते हैं। इन प्रकृतिक पदार्थों में ‘कद्दू’ भी एक ऐसा ही पदार्थ है। जिसका सेवन करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं। इसकी सब्जी में 'पेट' से लेकर 'दिल' तक की कई बीमारियों के इलाज की क्षमता होती है। शायद इन्हीं खूबियों के चलते कद्दू को प्राचीन काल से गुणों की खान माना गया है।
कद्दू एसेंशियल ऑयल-
आमतौर पर भुने हुए कद्दू के बीज का तेल दबाने और लीचिंग द्वारा निर्मित किया जाता है। दबाने से उत्पादित कद्दू बीज के तेल की गुणवत्ता अच्छी है। इसमें कोई अवशिष्ट रासायनिक विलायक नहीं होता। प्राकृतिक ठंडे दबाए हुए कद्दू के बीज का तेल अधिक पोषक तत्व वाला और रंग में सुनहरा पीला होता है। जबकि परिष्कृत कद्दू के बीज का तेल गैर-परिष्कृत उत्पादों की तुलना में कम पोषक तत्वों वाला और रंग में हल्का लाल होता है।
आयुर्वेद में कद्दू के तेल का महत्व-
कद्दू का एसेंशियल तेल एक आयुर्वेदिक औषधि है। जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है और शरीर को रोगमुक्त करता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक में कद्दू का एसेंशियल तेल कई तरह की बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इसमें शरीर से ख़राब कोलेस्ट्रॉल निकालने के भी गुण होते हैं। यह डायबिटीज को भी नियंत्रित रखता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कैंसर जैसी बीमारियों से शरीर को बचाते हैं। इसके सेवन से पेट के कीड़े, लीवर की समस्या, खून को साफ करना, त्वचा संबंधित समस्यां आदि कम होती हैं। वास्तव में कद्दू के बीज के तेल में कुछ उपयोगी घटक होते हैं। इनमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड, अमीनो एसिड, जस्ता, और ट्रिप्टोफैन आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त यह तेल विटामिन ए, सी और ई से भरपूर होता है। कद्दू के छिलके में भी एंटीबैक्टीरिया तत्व होता है। जो संक्रमण फैलाने वाले जीवाणुओं से शरीर की रक्षा करता है। इन्ही गुणों से भरपूर होने के कारण कद्दू के तेल को आयुर्वेद में उत्तम दर्जे की औषधि माना गया है।
कद्दू एसेंशियल ऑयल के फायदे;
स्वस्थ और चमकती त्वचा बनाए रखना-
कद्दू के बीजों में जिंक और विटामिन ई जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। जो त्वचा पर चमत्कारी प्रभाव डालते हैं। यह त्वचा को भीतर से साफ करने और त्वचा की टोन को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा कद्दू का तेल शरीर में हार्मोनल संतुलन बनाए रखने और त्वचा को दोष रहित बनाने के लिए फुंसियों और मुंहासों को रोकने में सहायता करता है।
अवसाद और तनाव को ठीक करने में सहायक -
कद्दू के बीज में विटामिन्स, आवश्यक वसा और अमीनो एसिड पाए जाते हैं। जो मस्तिष्क की सूजन, अवसाद और तनाव का उपचार करने में मदद करते हैं। यह पोषक तत्व सेरोटोनिन, मेलाटोनिन और अन्य मूड कायाकल्प करने वाले हार्मोन का उत्पादन करते हैं। जिससे मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच न्यूरोट्रांसमिशन में सुधार होता है। साथ ही चिंता, तनाव और हाइपर टेंशन को दूर करने में भी मदद मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित करने में मददगार -
ओमेगा 3 फैटी एसिड और फाइटोस्टेरॉल से समृद्ध कद्दू का तेल शरीर में इष्टतम कोलेस्ट्रॉल स्तर को बनाए रखने में सहायक होते हैं। साथ ही उपचार के लिए शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल स्तर (एचडीएल) को बढ़ाते हुए खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर (एलडीएल) को कम करने और इसके अवशोषण को बाधित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा कद्दू का तेल मोटापा, मधुमेह, दिल का दौरा, उच्च रक्तचाप और अन्य हृदय रोगों में कारगर साबित होता है।
बालों के लिए हितकारी-
कद्दू के बीजों में विटामिन ए, बी, ई और के, जिंक, सल्फर, प्रोटीन और ओमेगा 3 जैसे आवश्यक फैटी एसिड तत्व पाए जाते हैं। यह शक्तिशाली तत्व और एंटीऑक्सिडेंट बाल और त्वचा को पोषण और मॉइस्चराइज करने में मदद करते हैं। इसलिए क्षतिग्रस्त बालों की मरम्मत करने में कद्दू का तेल सहायक होता हैं। यह तेल सिर पर खुजली और रूसी का भी इलाज करता है।
कैंसर को रोकने में सहायक -
कद्दू के बीजों में गैर कार्सिनोजेनिक लक्षण कैंसर की समस्या से निपटने में मदद करते हैं। कद्दू के बीजों में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कैंसर विरोधी गुण प्रदर्शित करते हैं। और बाहरी जोखिम पैदा करने वाले कैंसर से शरीर की रक्षा करने में मदद करते हैं। इस प्रकार कद्दू के तेल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट विभिन्न प्रकार के कैंसर जैसे प्रोस्टेट और स्तन कैंसर के इलाज और रोकथाम में प्रभावी रूप से सहायक होते हैं।
संक्रमण, एलर्जी और सूजन में लाभप्रद -
कद्दू के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। जो संक्रमण, एलर्जी और सूजन को रोकने में सहायक होता है। यह बीज परजीवी संक्रमण जैसे टेप वर्म, रिंग वर्म से छुटकारा पाने में सहायता करते हैं। कैल्शियम, मैग्नीशियम और जस्ता की उपस्थिति के कारण, कद्दू बीज का तेल दर्द से राहत देने और हड्डियों की सूजन, जोड़ों के दर्द, ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसे बिमारियों का इलाज करने में भी लाभप्रद है।
किडनी की कार्यप्रणाली में सुधार करने में -
कद्दू के बीजों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट किडनी स्टोन, बार-बार पेशाब आना, मूत्राशय की उच्च गतिविधि आदि जैसे किडनी से संबंधित समस्याओं को ठीक करने और रोकने में मदद करते हैं। जिससे किडनी की सही कार्यप्रणाली सुनिश्चित होती है।
उचित प्रोस्टेट कार्यप्रणाली सुनिश्चित करता है-
कद्दू के बीजों में मौजूद फाइटोस्टेरॉल और अन्य पोषक तत्व डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन को टेस्टोस्टेरोन के रूपांतरण को विनियमित और नियंत्रित करते समय उचित प्रोस्टेट कार्यप्रणाली सुनिश्चित करते हैं।
कद्दू एसेंशियल ऑयल के घरेलू उपचार -
- कद्दू के तेल को चेहरे पर लगाने से ड्राई स्किन और मुंहासों से छुटकारा मिलता है। साथ ही त्वचा की हीलिंग प्रक्रिया भी में सुधार होता है।
- कद्दू के तेल का प्रयोग नारियल तेल के विकल्प के रूप में भी किया जा सकता है। क्योंकि यह नारियल तेल के समान ही प्रभावी होता है। इसके इस्तेमाल से बाल घने और मुलायम बनते हैं।
- इसका इस्तेमाल शहद और नींबू रस के साथ करने से काले धब्बें मिट जाते हैं। साथ ही स्किन मुलायन, उज्ज्वल और जवां बनती है।
- फ़टी एड़ियों पर कद्दू एसेंशियल ऑयल लगाने से स्किन मुलायम बनती है।
- गर्भावस्था के दौरान, शुरुआती चरणों में कड़वाहट, कब्ज, अनिद्रा, विषाक्तता से छुटकारा पाने के लिए कद्दू बीज के तेल को लेना उपयोगी साबित होता है।
- काम करने की क्षमता बढ़ाने, मस्तिष्क गतिविधि को मजबूत करने और मनोविज्ञान को अच्छे आकार में रखने के लिए कद्दू बीज के तेल को पीने की सलाह दी जाती है।