मुंह से बदबू आने के कारण, सावधानियां और घरेलू उपाय
2022-05-24 19:04:59
अक्सर आपने महसूस किया होगा कि कुछ लोगों से बात करते वक्त उनके मुंह से बदबू आती है। जिसकी वजह से वे लोग न तो ठीक से बात कर पाते हैं और न ही खुल कर हंस पाते हैं। क्योंकि जब भी आप किसी से बात करते हैं या हसंते हैं तो मुंह से सांस बाहर निकलती है, जिससे आपके मुहं की बदबू का सामने वाले को पता चल जाता है।
मुंह से बदबू आना, एक ऐसी आम समस्या है जिससे लोग परेशान तो रहते हैं पर इसका इलाज नहीं कराते या फिर उनको इसके बारे सही जानकारी नहीं होती। इसके अतिरिक्त कुछ लोग अपना मजाक बनने के डर से भी इस समस्या का इलाज नहीं कराते। आमतौर पर यह समस्या उन लोगों को होती है, जो लोग अपने मुंह को ठीक से साफ नहीं करते और उसका अच्छे से ध्यान नहीं रखते हैं पर इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि अन्य लोगों को ये समस्या नहीं होती या नहीं हो सकती। बदबू आने के मुख्य रूप से तीन कारण होते हैं, ओरल, नॉन ओरल और अन्य कारण।
ओरल कारण-
- मुंह का तापमान बढ़ने पर, बैक्टीरिया का विकास होता है। जिसकी वजह से इस तरह की समस्या पैदा होती है।
- कुछ खाते वक्त दांतों में उसका रेशा ,तिनका फस जाने से मुंह में संक्रमण होकर उसमें बदबू आना शुरू हो जाती है। इसलिए जरूरी है मुंह को अच्छे से साफ करे ।
- पायरिया रोग मसूड़ो पर प्रतिकुल प्रभाव (Counter effect) डालता है। इस वजह से भी बदबू आती है।
- लार से मुंह में नमी रहती है और मुंह को साफ रखने में मदद मिलती है। सूखे हुए मुंह में मृत कोशिकाओं का जमाव होता रहता है। ये कोशिकाएं भी दुर्गन्ध पैदा करती हैं।
- मुंह में घाव और छाले होने पर भी कभी-कभी बदबू आने लगती है।
- दांतों में लगी कैप (टोपी) को ठीक से साफ न करने पर भी मुंह से बदबू आना स्वाभाविक है।
नॉन ओरल कारण-
कुछ बीमारियों के कारण भी मुंह से बदबू आती है। जैसे-
- गुर्दे की बीमारी।
- मधुमेह (Diabetes) से पीड़ित होने पर।
- फेफड़ों की बीमारी।
- नाक की बीमारी।
- साइनस (Sinus) की समस्या।
- फेफड़ों में बैक्टीरियल गतिविधियां होने पर।
मुंह की बदबू के अन्य कारण-
- ऐसा भोजन करने से भी बदबू आती है, जिसमें अधिक मात्रा में प्याज, लहसुन और मसाले होते हैं। पर ये बदबू कुछ ही समय में खुद ही ठीक हो जाती है।
- गुटखा, बीड़ी, सिगरेट जैसे तंबाकू उत्पादों का सेवन करना भी बदबू आने का बड़ा कारण है। इसके अतिरिक्त इनका सेवन करने से कैंसर होने के चांस भी बढ़ जाते हैं।
मुंह की बदबू से बचने के लिए बरतनी होंगी ये सावधानियां-
- आवश्यकता के अनुसार पानी पीएं। धुम्रपान, तंबाकू और शराब का सेवन न करें।
- कॉफी और चाय का सेवन कम करें।
- नियमित रूप से ब्रश करें और कुछ खाने के बाद दांतों के बीच की सफाई करने के लिए कुल्ला करने की आदत डालें।
- यदि संभव हो सके तो दिन में कम से कम एक बार दातून जरूर करें। क्योंकि दातून करने से मुंह की दुर्गन्ध दूर होती है साथ ही मसूड़ों को ताकत भी मिलती है।
- अधिक मसाले वाला भोजन करने से बचें और जिस खाने में प्याज, लहसुन, अदरक, आदि की मात्रा ज्यादा हो उसका सेवन कम करें।
- मीठा कम खाएं क्योंकि उससे दांतों में कीड़ा लगने का डर रहता है, जिसके बाद बदबू आने लगती है।
- पाचन की समस्या होने से भी बदबू आती है। इसलिए जरूरी है खाने के बाद कुछ देर टहलने की आदत डालें।
- च्युइंगम और मिठाई (चीनी मुक्त) का सेवन लार बनने में मदद करता है। इसलिए इन दोनों का उपभोग भी किया जा सकता है।
- दांतों की जांच के लिए नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाते रहें।
मुंह की बदबू दूर करने के घरेलू उपाय;
- पुदीने के घोल से कुल्ला करने से मुंह की दुर्गन्ध व अन्य रोग ठीक हो जाते हैं।
- अदरक के एक चम्मच रस को एक गिलास पानी में मिलाकर, उससे दिन में दो से तीन बार कुल्ला करने से मुंह की बदबू कम हो जाती है।
- मुलेठी को दिन में दो से तीन बार चबाने से बदबू नहीं आती।
- गर्म पानी में नमक डालकर कुल्ला करने से भी मुंह की दुर्गन्ध कम होती है।
- ग्रीन-टी पीने से मुंह की बदबू कम होती है। इसमें एंटी-बैक्टिरियल कंपोनेंट होते हैं, जो बदबू को दूर करते हैं।
- अमरूद के पत्ते को चबाने से भी मुंह की दुर्गन्ध कम होती है।
- एक चम्मच सरसों के तेल में एक चुटकी नमक मिलाकर, उसको मसूड़ों पर मलने से मसूड़े स्वस्थ रहते हैं साथ ही बदबू आने का खतरा भी कम रहता है।
- सौंफ, इलायची, मुलेठी, भुना जीरा, धनिया आदि प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर (Mouth Freshener) हैं, इन्हें खाने के बाद और अन्य समय पर चबाते रहें। इससे मुंह की बदबू कम होगी।
- लौंग चबाने से भी बदबू नहीं आती। इसके अलावा लौंग मुंह की अन्य समस्याओं में भी फायदा पहुंचाती है।
- अनार के छिलके को पानी में उबालकर, उससे कुल्ला करने से भी मुंह की बदबू धीरे-धीरे कम होने लगती है।
मुंह से बदबू आने पर कब जाएं डॉक्टर के पास ?
यदि आपको मुंह से बदबू आने के साथ निम्न में से कोई भी दिक्कत होती है तो बिना देर करे डॉक्टर के पास जाएं।
- मुंह की बदबू के साथ दांतों के गिरने पर।
- बदबू के साथ मुंह से खून आने पर।
- मसूड़ों में सूजन एवं दर्द महसूस होने पर।
- बुखार होने पर।
- जुकाम होने एवं नाक बहने पर।
- बलगम वाली खांसी होने पर।
- गले में छाले होने पर।