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बालों का झड़ना

बालों का झड़ना

2022-05-24 19:07:55

बालों का गिरना या टूटना ही बालों का झड़ना कहलाता हैं। आज के समय में बालों का झड़ना एक सामान्य समस्या है। यह समस्या लगभग हर उम्र के व्यक्तियों को प्रभावित करती है। एक दिन में 50 से 100 बालों का झड़ना एक आम बात है। लेकिन समय रहते इस समस्या का इलाज न किया जाए तो यह एक बड़ी मुसीबत बन सकती है। हालांकि सर के जिस हिस्से से बाल टूटते या गिरते हैं उस जगह पर नए बाल आ जाते हैं, लेकिन ऐसा हमेशा संभव नहीं होता है। इसलिए जब बालों की हानि सामान्य से अधिक होने लगे, तो इसको अनदेखा नहीं करना चाहिए।

 

कितने प्रकार से झड़ते हैं बाल?

 

भिन्न-भिन्न लोगों में विभिन्न तरह से बाल गिरते या झड़ते हैं, जिन्हें निम्न प्रकारों से समझा जा सकता है।;-

 
इनवानुस्नल एलोपेसिया- 
 

बाल झड़ने की यह एक प्राकृतिक स्थिति है। इसमें बाल उम्र के साथ पतले और कमजोर हो जाते हैं। समय के साथ इन बालों के रोम (hair follicles) की एक बड़ी संख्या मृत अवस्था में स्थानांतरित हो जाती है, जिससे शेष बालों की संख्या कम होने लगती है।

 
एंड्रोजेनिक एलोपेसिया-   
 

यह बाल झड़ने की एक अनुवांशिक (जेनेटिक) स्थिति है, जो महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित करती है। पुरुषों में इस स्थिति को पुरुष पैटर्न बॉल्डनेस (male pattern baldness) और महिलाओं में फीमेल पैटर्न बॉल्डनेस (female pattern baldness) कहते है। इस स्थिति में सम्बंधित व्यक्ति किशोरावस्था से बाल झड़ने की समस्या से पीड़ित हो जाते हैं। जिसमें उनके सिर के बाल धीरे-धीरे उड़ते हैं।

 
एलोपेशीया एरेटा- 
 

बालों से सम्बंधित यह समस्या अचानक शुरू होती है। इस बीमारी में व्यक्ति के सिर में जगह-जगह से बाल उड़ जाते हैं। कभी-कभी यह स्थिति पूरे गंजेपन का कारण भी बनती है। इस बीमारी से युवाओं के अलावा बच्चों के भी बाल झड़ने लगते हैं।

 
टेलोजन एफ्लुवियम- 
 

यह समस्या बालों के विकास को परिवर्तित करके पूरे सिर के बालों को पतला करती है। परिणामस्वरुप बालों की एक बड़ी संख्या अविकसित अवस्था में चली जाती है, जिससे बाल पतले होकर टूटने लगते हैं।

 
ट्रीकोटिलोमनिया- 
 

यह समस्या अक्सर बच्चों में बालों के झड़ने का कारण बनती है। यह समस्या एक मनोवैज्ञानिक विकार (psychological disorder) है, जिसमें व्यक्ति स्वयं के बाल खींचता है।

 

किन कारणों से झड़ते हैं बाल?

 

आनुवांशिकता, गलत जीवनशैली, असंतुलित आहार,  दवाओं के दुष्प्रभाव आदि बाल झड़ने के सामान्य कारण है। इनके अलावा भी बहुत से ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से बाल झड़ते हैं। चलिये जानते हैं इन कारणों के बारे में-

 
  • थायरॉयड, सेक्स हार्मोन में असंतुलन, पोषाहार एवं प्रोटीन, जिंक, बायोटीन की कमी होने पर।
  • सिर की त्वचा में फफूंद से संक्रमण होने पर भी बाल झड़ते है।
  • हार्मोन्स में अचानक बदलाव होने पर। इस तरह की समस्याएं स्त्रियों में शिशु को जन्म देने के बाद ज्यादा देखने को मिलती हैं।
  • कभी-कभी महिलाओं में मासिक धर्म में बहुत ज्यादा रक्तस्राव होने पर भी बाल गिरने लगते हैं।
  • किसी लंबी बीमारी के चलते या किसी बड़ी सर्जरी, इंफेक्शन और शारीरिक तनाव के कारण बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है।
  • दवाइयों के दुष्प्रभाव के कारण।
  • वंशानुगत (जेनेटिक) गंजापन होने पर।
  • गलत प्रकार के शैम्पू का प्रयोग करना।
  • बालों की ठीक से देखभाल न होना।
  • नमक का अधिक सेवन करना।
  • फंगल इंफेक्शन होना।
  • विटामिन ए की अधिक मात्रा या ओवरडोस।
  • रेडियोथेरेपी या केमोथ्रेपी।
  • स्टेरॉयड का नियमित सेवन।

बालों को झड़ने से रोकने के घरेलू उपाय-

 
परवल-

परवल के पत्तों के रस को दो से तीन महीनों तक सिर पर लगाने से बालों का झड़ना कम होता है।

 
हरसिंगार के बीज-

हरसिंगार के बीज गिरते बालों की समस्या को कम करते हैं। हरसिंगार के बीजों के लेप को नियमित सिर पर लगाना, बालों के झड़ने और गंजेपन को कम करने का फायदेमंद नुस्खा है।

 
नींबू और नारियल तेल-

नींबू के रस में नारियल का तेल मिलाकर अंगुलियों की अग्रिम पोरों से बालों की मालिश करने से बाल झड़ना कम होता है।

 
नीम और बेर के पत्तों का जूस-

नीम और बेर के पत्तों को पानी में उबालकर ठण्ड़ा करने के बाद इस पानी से सिर धोने और बाद में नीम के तेल को सर में लगाने से बालों का झड़ना बन्द हो जाता हैं।

 
नमक और काली मिर्च-

एक चम्मच नमक और एक चम्मच काली मिर्च पाउडर में पांच चम्मच नारियल का तेल मिलाकर सिर पर लगाने से बालों का झड़ना कम होता है।

 
ग्रीन टी-

ग्रीन टी को भी बाल झड़ने की घरेलू दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ग्रीन टी को एक कप पानी में मिलाकर सिर में लगाने के करीब एक घंटे बाद सर धोएं। दरअसल, ग्रीन टी में एन्टीऑक्सिडेंट गुण होतें हैं, जो बालों को झड़ने से रोकने में मदद करते हैं।

 
हिना और मेथी का पाउडर-

हिना और मेथी पाउडर के पेस्ट को बालों में लगाकर कुछ देर बाद बालों को सादे पानी से धोएं। इसके नियमित उपयोग से बालों का झड़ना कम होता है।

 
प्याज, लहसुन और अदरक का रस-

रात में सोने से पहले सिर में लहसुन, प्याज और अदरक का रस लगाकर मालिश करें और सुबह अच्छी तरह से बालों को धोएं। इसके नियमित उपयोग से बालों का झड़ना कम होता है।

 
तेल की मालिश-

ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल या किसी अन्य तेल को हल्का गर्म करके स्कैल्प (खोपड़ी) में रोज मालिश करें और करीब एक घंटे बाद शैंपू से सर धोएं। तेल से मालिश करना बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा बालों को झड़ने से रोकने में बादाम का तेल भी बहुत उपयोगी होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, रूखे और बेजान बाल होने पर बादाम के तेल से सिर की मालिश करें। इससे बालों का रूखापन दूर होता है और बालों का झड़ना काफी कम हो जाता है।

 
आंवला-

बालों के लिए आंवला को उच्च दर्जे की औषधि माना जाता है। यह बालों की ग्रोथ बढ़ाने के साथ बालों को घना और काला बनाने की क्षमता रखता है। यह बालों के झड़ने, रूसी, क्षतिग्रस्त होने और समय से पहले सफदे होने की समस्या (हेयर एजिंग) को कम करता है। इसलिए आंवला को बालों का हेयर टॉनिक भी कहा जाता है।

 
नारियल-

नारियल में बड़ी मात्रा में विटामिन और माइक्रो न्यूट्रीएंट्स गुण पाए जाते हैं, जो बालों में रूसी या डैंड्रफ की समस्या को कम करते हैं। नारियल तेल को बालों में लगाने से बाल तेजी से बढ़ते और घने बनते हैं। इसलिए नारियल तेल को नेचुरल हेयर कंडिशनर भी कहा जाता है।

 
तिल का तेल-

तिल का तेल ओमेगा फैटी (Omega fatty) एसिड की मात्रा से भरपूर होता है। ये बालों की जड़ों को पोषण देकर बालों की वृद्धि को गति प्रदान करता है। तिल के तेल में विटामिन-ई, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और प्रोटीन आदि तत्व होते हैं, जो बालों की चमक बढ़ाने, हेयर फॉल को कम करने और ग्रोथ बढ़ाने में मदद करते हैं।

 
एलोवेरा-

एलोवेरा में विटामिन-ए, विटामिन-बी, विटामिन-सी और विटामिन-ई भरपूर मात्रा में पाऐ जाते हैं, जो बालों के स्कैल्प को मजबूत बनाने में सहायता करते हैं। एलोवेरा तेल से बालों की मालिश करने से सिर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जिससे बालों का झड़ना कम होता है और बाल तेजी से बढ़ते हैं।

 
मंजिष्ठा-

इसका प्रयोग बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मंजिष्ठा के पाउडर का प्रयोग बालों के प्राकृतिक रंग को बढ़ाने में मदद करता है। इसकी जड़ों का काढ़ा बनाकर सर धोने से बालों का झड़ना तथा पकना कम होने लगता है।

 
मुलेठी-

सिर में मुलेठी लगान से रूसी नहीं होती और बालों की जड़े भी मजबूत होती हैं। जिससे बालों का झड़ना कम होता है।

 
चुकंदर-

चुकंदर में विटामिन-सी, विटामिन-बी, प्रोटीन और पोटेशियम होते हैं। यह सभी तत्व बालों का झड़ना कम करने में मदद करते हैं। साथ ही बालों को घना और मजबूत बनाते हैं।

 
अंडा-

अंडे का हेयर मास्क लगाने से बालों का गिरना कम होता है। दरअसल, अंडे में विटामिन-बी, प्रोटीन और कुछ ऐसे एंजाइम्स होते हैं, जो बालों को झड़ने से रोकते हैं।

 
धनिया-

धनिया के पत्तों को पीसकर उसका पेस्ट बालों में लगाएं और एक घंटे बाद शैंपू से धोएं। इसके नियमित उपयोग से बालों का झड़ना कम होता है। इसके अलावा धनिया का उपयोग बालों को मुलायम बनाकर उन्हें बढ़ने में मदद करता हैं।

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