जानें, हरे धनिए के अनसुने फायदे, उपयोग और इसकी तासीर के बारे में
2022-05-24 15:09:25
सभी लोगों ने सब्जियों में डाल कर खूब हरा धनिया खाया है। खाना पकाने के बाद उसकी गार्निश करने के लिए हम लोग उसपर हरा धनिया डालते हैं। इससे न सिर्फ खाने की खूबसूरती बढ़ती है, बल्कि स्वाद भी बढ़ता है। असल में धनिया एक औषधीय पौधा है। जिसमें कई गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से कई रोगों से छुटकारा मिलता है। धनिया शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाने, कोलेस्ट्रॉल लेवल को मेंटेन करने, डाइबिटीज और किडनी के साथ कई रोगों में लाभदायक होता है। इसमें वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन आदि मिनरल होते हैं। जो इसको अधिक पावरफुल बनाने का काम करते हैं। इसके अलावा हरे धनिया में फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन, थियामीन, कैल्शियम, विटामिन सी और पोटोशियम आदि भारी मात्रा में पाएं जाते हैं।
हरे धनिए की तासीर-
हरे धनिया की तासीर ठंडी होती है। इसलिए गर्मियों के मौसम में इसका उपयोग करना सेहत के लिए फायदेमंद होता हैं। हरे धनिया का नियमित सेवन करने से पेट से जुड़ी समस्यओं में लाभ मिलता है। तासीर से ठंडा होने के कारण सर्दियों में धनिया को कम खाना चाहिए। अन्यथा इसका अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
हरे धनिए के फायदे-
पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक-
हरा धनिया खाने से न सिर्फ पेट की समस्याएं दूर होती हैं। बल्कि शरीर की पाचन शक्ति भी बढ़ती है। इसके अलावा दो चम्मच धनिया पाउडर को आधे गिलास पानी में डालकर पीने से पेट दर्द में भी राहत मिलती है।
प्रतिरोध क्षमता को करे बेहतर-
धनिया पत्तों से निकाले गए अर्क इथेनॉल में कई फ्लेवोनोइड यौगिक पाए जाते हैं। यह यौगिक इम्यूनोमॉड्यूलेटर की भांति काम करते हैं। जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार होता है।
डायबिटीज में फायदेमंद-
हरा धनिया खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। इसलिए मधुमेह से पीड़िता लोगों लिए हरा धनिया जड़ी-बूटी का काम करता है।
एनीमिया में आराम-
हरा धनिया आयरन से भरपूर होता है और शरीर में रक्त (खून) की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है। जिसकी वजह से एनीमिया (खून की कमी) की समस्या दूर रहती है।
किडनी रोगों को कम करने में असरदार-
हरा धनिया किडनी के लिए फायदेमंद होता है। क्योंकि धनिया में ऑक्सीडेंट, प्रोटीन और विटामिन आदि जैसे कई तत्व होते हैं। जो किड़नी के लिए लाभदायक होते हैं।
आंखों की रोशनी बढ़ाने में फायदेमंद-
हरे धनिया में पाए जाने वाला विटामिन ए आंखों के लिए अच्छा होता है। इसलिए नियमित रूप से इसका सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ने लगती है।
वजन कम करने के लिए धनिया पत्ते हैं उपयोग-
धनिया पत्तों में क्वेरसेटिन (Quercetin) नामक फ्लेवोनोइड मौजूद होता हैं। इस क्वेरसेटिन में एंटीओबेसिटी गुण होते हैं। जो शरीर के वजन को कम करने में मदद करते हैं।
चक्कर की समस्या को कम करने में सहायक-
धनिया का सेवन चक्कर आने की समस्या को भी दूर करता है। यदि अधिक चक्कर आने पर हरा धनिया और आंवले के रस को एक गिलास पानी में मिला कर पी लें। इस प्रक्रिया को नियमित रूप से करने से चक्कर आने की समस्या से जल्द छुटकारा मिलता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार-
हरा धनिया न सिर्फ खाने को खुशबू देता है। बल्कि शरीर के कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करने में भी मदद करता है। इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। इसलिए कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित व्यक्ति के लिए हरे धनिया सेवन करना फायदेमंद उपचार है।
आखों से संबंधी समस्याओं में असरदार-
धनिया बीज में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जो आंखों में होने वाली खुजली, लालिमा और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
बालों के लिए लाभदायक-
हरे धनिया में मौजूद प्रोटीन और विटामिन बालों के विकास में मदद करते हैं। साथ ही यह बालों के झड़ने की समस्या को भी दूर करते हैं।
कैंसर से बचाव-
हरे धनिया में ऑक्सीडेंट, विटामिन ए, विटामिन सी आदि मिनरल होते हैं। जो शरीर को कई तरह के कैंसर से बचाते हैं।
धनिया पत्तों का उपयोग-
- धनिया पत्तों का इस्तेमाल सलाद के रूप किया जाता है।
- धनिया पत्तों का उपयोग सब्जी और दाल के ऊपर टॉपिंग के रूप में किया जाता है।
- धनिया पत्तों का इस्तेमाल चटनी बनाने के लिए किया जाता है।
- धनिया पत्तों का उपयोग रायते और चावल की गार्निश करने के लिए किया जाता है।
- धनिया पत्तों का प्रयोग लेमन राइस के ऊपर करने से यह स्वाद के साथ सेहत बढ़ाने में भी मदद करता है।
हरे धनिया का नुकसान-
- जरूरत से ज्यादा हरा धनिया खाने से त्वचा पर एलर्जी (खुजली) की समस्या पैदा हो सकती है।
- अधिक धनिए के सेवन से महिलाओं में मासिक धर्म से संबंधी समस्या पैदा होने का डर रहता है।
- दमा से पीड़ित व्यक्ति के लिए भी ज्यादा हरा धनिया खाना ठीक नहीं होता।
- हरा धनिए फोटोसेंसेटिव होता है। इसलिए इसका अधिक सेवन करने से सनबर्न होने की समस्या बढ़ जाती है। जो एक समय के बाद स्किन कैंसर का कारण बन सकती है। इसके अलावा इसके अधिक प्रयोग से शरीर पर दाने, खुजली, चक्कर आना और सांस लेने में परेशानी सहित एलर्जी की शिकायत भी हो सकती है।
कहां पाया जाता है हरा धनिया?
हरे धनिए की खेती देश भर में की जाती है। क्योंकि यह एक आहार वाला पौधा है।