क्यों आता है मसूड़ों से खून? जानें इसके कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
2022-05-24 14:57:54
मसूड़ों से खून आना मसूड़ों से जुड़े रोगों से ग्रसित होने का सबसे आम संकेत होता है। जो अन्य भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत देता है। कभी-कभी मसूड़ों में खून आने की समस्या तेजरगड़ के साथ ब्रश करने या ठीक से फिट न होने वाले डेंचर (कृत्रिम दांत) पहनने से भी होती है। इसके अलावा मसूड़ों से बार-बार खून आना कई गंभीर परिस्थियों के कारण भी हो सकता है।जिसमें पेरियोडॉनटाइटिस (Periodontitis: मसूड़ों के रोग का एक एडवांस रूप) विटामिन की कमी, प्लेटलेट में कमी, गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन आदि शामिल हैं। हालांकि, मसूड़ों में से थोड़ा बहुत खून निकलना कोई बड़ी बात नहीं है।लेकिन यदि किसी व्यक्ति के मसूड़ों से लगातार या ज्यादा खून निकल रहा है, तो उसे बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मसूड़ों से खून आने के लक्षण -
- मसूड़े फूलना।
- मुंह और मसूड़ों के आस-पास दर्द होना।
- गहरे लाल या लाल-बैंगनी मसूड़े होना।
- मसूड़ों में सिर्फ छूने पर ही दर्द होना।
- मसूड़ों और दांतों के बीच दूरी बढ़ जाना।
- मुंह की बदबू या मुंह का स्वाद बिगड़ना।
- दांतों का ढ़ीला होना (दांत हिलना) आदि।
मसूड़ों से खून आने के कारण -
विटामिन-सी की कमी-
जब किसी व्यक्ति के आहार में पर्याप्त फल और सब्जियां शामिल नहीं होती तो उसके शरीर में विटामिन-सी की कमी होने लगती है। यह मसूड़ों में दर्द और सूजन पैदा करते हैं।जिस कारण से मसूड़ों से खून बहने लगता है।
लिवर के रोग-
लिवर की किसी भी प्रकार की बीमारी और शराब के कारण होने वाला रोग लिवर के कार्यों में बाधा डालते हैं। जिससे मसूड़ों में खून आता है।
कैंसर-
कुछ कैंसर के प्रकार जैसे ल्यूकेमिया (Leukaemia / ब्लड कैंसर) या अस्थि मज्जा कैंसर के कारण भी मसूड़ों से खून बहने लगता है।
विटामिन K की कमी-
विटामिन K शरीर में क्लोटिंग प्रक्रिया के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व होता है। इसलिए जब शरीर में विटामिन K की कमी होती है, तो शरीर के किसी भी जगह से खून बहने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।जिसमें मसूड़े भी शामिल हैं।
महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन-
यह गर्भावस्था के दौरान होता है। आमतौर पर यह गर्भावस्था के दूसरे महीने या तीसरे महीने में शुरू हो जाता है और आठवें महीने तक रहता है। इसके कारण से मसूड़ों में पीड़ा, सूजन औरखून बहता है। मुंह द्वारा ली जाने वाले कुछ बर्थ कंट्रोल प्रोडक्ट्स भी मसूड़ों में खून का कारण बन सकते हैं।
मुंह की स्वच्छ न रखना-
मसूड़ों में सूजन आने पर उनसे खून निकलता है। और यह तब होता है जब लोग अपने दांतों को साफ नहीं रख पाते। इससे मसूड़ों में समस्याएं होने लगती हैं और वह लाल हो जाते हैं। परिणामस्वरूपउनमें सूजन व दर्द होने लगता है। जिससे उनमें से खून बहने लगता है।
टेढ़े दांत-
टेढ़े दांतों को साफ करने में बहुत मुश्किल होती है।क्योंकि इनमें दो दांतों के बीच भोजन फंसा रहता है। इससे मसूड़ों में सूजन आ जाती है और खून बहने लगता है।
मसूड़ों में चोट-
यह अधिक दबाव के साथ ब्रश करने, अधिक कठोर बालों वाले ब्रश का इस्तेमाल करने या दातुन (नीम आदि के दातुन) से भी अधिक जोर से मसूड़ों को रगड़ने पर होता है। इसमें मसूड़े जख्मी हो जाते हैं।
दवाएं-
कुछ प्रकार की दवाएं, जिसमें- दिल का दौरा और स्ट्रोक के लिए दी जाने वाली दवाएं (एस्पिरिन), मिर्गी के लिए दी गई दवाएं, कैंसर के दी गई दवाओं का प्रयोग करने एवं कीमोथेरेपी के बाद भी मसूड़ों सेखून आने लगता है।
मसूड़ों से खून आने से बचाव के उपाय-
- डेन्टिस्ट को दिखाएं।
- अपने टूथब्रश की जांच करें।
- अच्छे व संतुलित भोजन का सेवन करें।
- खूब पानी पिएं।
- अधिकगर्म या ठंडे खाद्य और पेय पदार्थों के प्रति सतर्क रहें।
- तंबाकू उत्पादों का सेवन न करें।
मसूड़ों से खून आने के घरेलू उपाय
नारियल का तेल-
नारियल के तेल में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो मसूड़ों कीसूजन और खून बहने की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। इस तेल में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण दांतों को साफ रखते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए नारियल के तेल को 10 से 15 मिनट तक मुंह में घुमाते रहें। ऐसा रोजाना दिन में एक बार ज़रूर करें।
लौंग का तेल-
लौंग का तेल एंटी-बैक्टीरियल गुणों के भरपूर होता है। और यह एंटी-बैक्टीरियल गुण मसूड़ों से खून बहने की समस्या के खिलाफ बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। ऐसे में लौंग के तेल की कुछ बूंदें लें और इसे थोड़ा गर्म करें। फिर इस गर्म लौंग के तेल को मसूड़ों पर दिन में 2 बार लगाएं। इसे मसूड़ों पर लगभग 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
नमक का पानी-
नमक के पानी का नियमित इस्तेमाल मसूड़ों से खून बहने के प्रभावी घरेलू उपचार में से एक है। क्योंकि नमक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। जो मसूड़ों में सूजन और संक्रमण को कम करने में उपयोगी होते हैं। उपयोग हेतु नमक की कुछ मात्रा में थोड़ा गर्म पानी मिलाएं और इससे कुल्ला करें। बेहतर नतीजों के लिए दिन में लगभग 2-3 बार ऐसा करें।
विटामिन-
मसूड़ों से खून आने का एक कारण शरीर में विटामिन की कमी भी है। इसलिए विटामिन की सही खुराक का सेवन करके इसे रोका जा सकता है। इसके लिए ऐसे खाद्य पदार्थों को अपने आहार में ज्यादा शामिल करना चाहिए, जो विटामिन सी और विटामिन-के से भरपूर होते हैं। अतः नीबू, आंवला, संतरे, गाजर का सेवन इसमें लाभकारी होगा।
शहद-
शहद एंटी-बैक्टीरियल है।जिसमें मसूड़ों में सूजन और खून आने जैसे बैक्टीरियल संक्रमण से लड़ने के गुण पाए जाते हैं। शहद में मसूड़ों की सूजन को कम करने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। अत:इस्तेमाल करने के लिए उंगुली में थोड़ा सा शहद लें और फिर इससे हल्के-हल्के मसूड़ों की मसाज करें। ऐसा कम से कम दिन में दो बार करें।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
- मसूड़ों में लंबे समय से और गंभीर रूप से खून निकलने पर।
- उपचार के बाद भी खून का बन्द न होने पर।