क्या है सेरेब्रल मलेरिया?जानें इसके लक्षण, कारण और उपाय
2022-03-17 12:21:23
सेरेब्रल मलेरिया (Cerebral Malaria) मलेरिया बुखार का सबसे खतरनाक और जानलेवा रूप है। जो मस्तिष्क को प्रभावित करता है। मलेरिया के पैरासाइट ब्रेन तक पहुंच जाएं तो वह बेहद घातक साबित होते हैं।इसी स्थिति को सेरेब्रल मलेरिया या दिमागी बुखार कहा जाता है। डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मुताबिक, मलेरिया के परजीवी पांच तरह के होते हैं।इसमें सबसे घातक फैल्सिपेरम मलेरिया होता है। अगर यह परजीवी रक्त संचारण से होता हुआ ब्रेन तक पहुंच जाए तो इसके घातक परिणाम हो सकते हैं। यह प्लाज़ोडियम फाल्सीपेरम (एक प्रोटोज़ोन परजीवी) के कारण होने वाली सबसे गंभीर न्यूरोलॉजिकल जटिलता है। प्लाज्मोडियम संक्रमित मच्छर के काटने सेमानव शरीर में संचरित हो जाता है। इससे पीड़ित मरीजों को न्यूरोलॉजिकल (स्नायुतंत्र संबंधी), याददाश्त में कमी व व्यवहार संबंधी कठिनाइयां होती हैं। इसके अलावा सेरीब्रल मलेरिया बच्चों में स्नायुतंत्र की वजह से हुई विकलांगता व मिर्गी आने का एक मुख्य कारण है। हालांकि, इसमें अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कैसे रक्त वाहिकाओं का परजीवी मस्तिष्क के लिए घातक बन जाता है। फाल्सीपेरम मलेरिया उष्णकटिबंधीय देशों में न्यूरो-विकलांगता और मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। दुनियाभर के कई बच्चे इससे प्रभावित हैं।
सेरेब्रल मलेरिया में संक्रमित व्यक्ति के दिमाग से तरल का रिसाव होता और वह कोमा में चला जाता है। इससे हर साल 575,000 से अधिक लोग संक्रमित होते हैं। जिसमें से 20 प्रतिशत लोगों की मौत हो जाती है। और बचे हुए 80 प्रतिशत में लंबे समय तक न्यूरोडेवलपमेंटल लक्षण विकसित होते हैं। जिनमें दौरे और मानसिक विकार शामिल हैं। यह छोटे बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है।
सेरेब्रल मलेरिया के लक्षण-
सेरेब्रल मलेरिया के केवल कुछ लक्षण बच्चों और वयस्कों दोनों में दिखाई देते हैं, जैसे-
- बुखार।
- खराब चेतना।
- आवेग (Impulse) और तंत्रिका संबंधी असामान्यताएं।
- कोमा (जो तीन दिनों तक चल सकता है)
- लगातार ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन ठंड।
- सिरदर्द।
- मांसपेशियों में दर्द।
- कम रक्त दबाव।
- हल्का पीलिया।
- रक्ताल्पता (Anemia)।
- यकृत और प्लीहा का विस्तार।
- खराबकिडनी।
- मूत्र में खून।
- इंट्राक्रैनियल दबाव में वृद्धि।
- भ्रम और दौरे।
- श्वसन दर में वृद्धि।
आमतौर पर इसके लक्षण तीन चरणों में होते हैं:
ठंडा चरण:
यह 1-2 घंटे तक चल सकता है।
गर्म चरण:
यह सिरदर्द, उल्टी और युवा बच्चों में दौरे एवंउच्च बुखार यानी 107 डिग्री फारेनहाइट तक की विशेषता है। यह 3-4 घंटे तक चल सकता है।
पसीना चरण:
इसमें पसीना आता है और थकान होतीहै। यह चरण 2-4 घंटे तक चल सकता है।
सेरेब्रल मलेरिया के कारण-
मलेरिया एक प्रकार के परजीवी के कारण होता है। जिसे प्लाज़मोडियम कहते हैं। प्लाज़मोडिया परजीवी के कई अलग-अलग प्रकार हैं।लेकिन इनमें से केवल पांचपरजीवीमनुष्यों में मलेरिया का कारण बनते हैं। प्लाज़मोडियम परजीवी मुख्य रूप से मादा एनोफ़ेलीज़ मच्छरों से फैलते हैं।जो मुख्य रूप से शाम और रात में काटते हैं। जब एक संक्रमित मच्छर मनुष्य को काटता है, तो वह परजीवी को रक्तप्रवाह में फैला देता है। और इसके दिमाग तक पहुंचते ही व्यक्ति सेलेब्रल मलेरिया का शिकार हो जाता है।
सेरेब्रल मलेरिया से बचाव के उपाय-
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- बंद कमरे में क्वॉइल का प्रयोग न करें।
- घर में पानी को जमा न होने दें।
- अगर आसपास कहीं पानी जमा है, तो उसे बिखेर दे या उसमें ऑयल डाल दें।जिससे पानी में मच्छर नहीं पनपेंगे।
- हल्का सा भी बुखार आने पर डॉक्टर से परामर्श लें।
सेरेब्रल मलेरिया का इलाज-
सेरीब्रल मलेरिया के लिए बहुत सी दवाइयां बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन डॉक्टर कीसलाह केबिना कोई भी दवाई न लें। क्योंकि बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।