गेहूं के जवारे (व्हीटग्रास) लाभ और उपयोग
2022-05-24 16:21:39
प्रकृति ने सेहत से संबंधित हर छोटी-बड़ी परेशानी से लड़ने के लिए कई चीजें प्रदान की हैं। जिनका स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर होता है। इन्हीं प्रकृति प्रदत्त उपहारों में से एक “गेहूं के ज्वारे” भी है। जिसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। गेहूं के जवारे को अंग्रेजी में व्हीटग्रास के नाम से जाना जाता है।
क्या होता है गेहूं के जवारे?
लगभग सभी लोगों ने गेंहू की फसल जरूर देखी होगी। जो शुरुआत में हरी घास की तरह होती है। बस इसी हरी घास को अंग्रेजी में व्हीटग्रास और हिंदी में गेहूं के जवारे कहते हैं। यह हरी घास सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। गेहूं के इस पौधे को ट्रिटाकुमेस्टिवम लिनन (Tritcumaestivum Linn) परिवार का सदस्य माना जाता है। यह हरी घास फ्लेवोनोइड्स, क्लोरोफिल, विटामिन-ए और विटामिन-सी से प्रचुर होती है। इसके अलावा इसमें मधुमेह, मोटापा, कैंसर रोधी और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने वाले गुण भी पाए जाते हैं।
व्हीटग्रास के फायदे:
प्रतिरोधक क्षमता के लिए-
व्हीटग्रास में ओलिगोसैकैराइड (oligosaccharides) पाया जाता है। जिसे चीनी मॉलिक्यूल की छोटी शृंखला भी माना जाता है। इसमें एक माल्टोहेप्टोस (maltoheptaose) नामक घटक होता है। जिसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव पाया जाता है। जो प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने वाली कोशिकाओं को सक्रिय करने का काम करता है। जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार हो सके और शरीर तमाम तरह की बीमारियों से बच सके।
दांतों के लिए-
गेहूं के जवारे में विटामिन-सी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। जो मसूंड़ों को स्वस्थ और दांतों को मजबूत रखने का काम करता है। इसके अलावा व्हीट ग्रास का रस गले की खराश और पायरिया के लिए बेहतरीन माउथ वॉश साबित होता है। यह दांतों को सड़ने से बचाता है। साथ ही दांतों के दर्द को भी कम करता है।
पाचन क्षमता के लिए-
पाचन संबंधी परेशानियों में व्हीटग्रास को अच्छा माना जाता है। इन परेशानियों में पेट और आंतों में अल्सर, अपच, कब्ज, पेट फूलना, उल्टी, मतली, अम्लता आदि शामिल हैं। व्हीटग्रास के जूस में विटामिन-बी पाया जाता है। जो पाचन संबंधी विकारों को दूर करने में सहायता करता है। वहीं, गेहूं के जवारे में प्रोटीन और अमीनो एसिड भी मौजूद होता है। जो पाचनतंत्र को शक्ति प्रदान करने में मदद करता है।
रक्त में मौजूद शुगर के लिए-
व्हीटग्रास में एंटीहाइपरग्लाइसीमिया और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को संतुलित बनाए रखने और मधुमेह के खतरे को कम करते हैं। इसलिए मधुमेह के समय गेहूं के जवारे का उपयोग अच्छा रहता है।
कोलेस्ट्रॉल के लिए-
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को जन्म देता है। जिनमें हृदय संबंधी समस्या प्रमुख है। चूंकि व्हीटग्रास में हाइपोलिपिडेमिक गुण मौजूद होते हैं। जो शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके फायदेमंद कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए कोलेस्ट्रॉल संबंधी समस्याओं के लिए व्हीटग्रास का उपयोग करना फायदेमंद साबित होता है।
सूजन के लिए-
अक्सर लोगों को चोट लगने पर या जोड़ों पर सूजन, जोड़ों में दर्द, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और हड्डी की समस्या जैसी कई परेशानियां रहती हैं। इस तरह की सूजन और परेशानियों को कम करने के लिए गेहूं के जवारे का उपयोग करना अच्छा रहता है। क्योंकि गेहूं के जवारे में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जो सूजन और दर्द को दूर करने में कारगर साबित होते हैं।
वजन कम करने के लिए-
गेहूं के जवारे में पोटैशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो शरीर के वजन को नियंत्रित करने में सहायता करता है। पोटेशियम के अलावा इसमें फाइबर सहित कई ऐसे पोषक तत्व भी मौजूद हैं, जो वजन घटाने में मदद कर सकते हैं। इसलिए वजन घटाने के लिए गेहूं के जवारे को अच्छा उपाय माना जाता है।
गठिया की समस्या के लिए-
व्हीटग्रास जूस गठिया संबंधी परेशानी को कम करने में मददगार होता है। दरअसल गेहूं के जवारे में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जो गठिया के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
कैंसर कोशिकाओं के लिए-
एक शोध के अनुसार, गेहूं के जवारे में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं। जो कैंसर के खतरे को दूर रखने में मदद करते हैं और कैंसर को बढ़ाने वाली कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। इसलिए कैंसर के खतरे को कम करने के लिए व्हीटग्रास का उपयोग करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
सूरज की पराबैंगनी किरणों से बचाने के लिए-
सूरज की पराबैंगनी किरणों से त्वचा पर होने वाली जलन को व्हीटग्रास की मदद से कम किया जा सकता है। क्योंकि वीटग्रास में एक क्लोरोफिलिन (Chlorophyllin ) नाम का घटक पाया जाता है। जो त्वचा के घावों, जलन और अल्सर के उपचार में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त गेहूं जवारे के जूस में विटामिन-ए भी पाया जाता है। जो त्वचा संबंधी कई परेशानियों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
बालों के लिए-
गेहूं के जवारे का उपयोग झड़ते बाल या गंजेपन को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। क्योंकि इसमें जिंक मौजूद होता है। जो बालों को पर्याप्त पोषण प्रदान करता है। जिससे बालों का झड़ना और गंजापन कम होने लगता है। वहीं, व्हीटग्रास के उपयोग से बालों का असमय सफेद होना भी रुक जाता है। साथ ही इसके इस्तेमाल से बाल लंबे, घने और जड़ से मजबूत बनते हैं।
व्हीटग्रास का उपयोग-
- व्हीटग्रास का इस्तेमाल जूस बनाने के लिए किया जा सकता है।
- व्हीटग्रास के रस को अन्य रसों में मिलाकर पिया जाता है।
- व्हीटग्रास का इस्तेमाल स्मूदी के रूप में किया जाता है।
- व्हीटग्रास का सेवन पाउडर के रूप में किया जाता है।
- व्हीटग्रास के पाउड का सेवन दूध में मिलाकर भी किया जाता है।
- व्हीटग्रास का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाया जाता है।
- व्हीटग्रास के पेस्ट को जले हुए और सूजन से प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से आराम मिलता है।
- व्हीटग्रास के पेस्ट का उपयोग आंखों के डार्क सर्कल को कम करने के लिए किया जाता है।
गेहूं के जवारे के नुकसान-
- जिन लोगों का शुगर लेवल कम हो, उन्हें व्हीटग्रास का सेवन सावधानी से करना चाहिए। क्योंकि इसमें एंटी हाइपरग्लाइसीमिया प्रभाव मौजूद होता है। जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम करने का काम करता है। इसलिए इसका अधिक सेवन शुगर लेवल को बहुत कम कर सकता है।
- व्हीटग्रास में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसलिए इसके अधिक सेवन से पेट में गैस, सूजन और ऐंठन की समस्या हो सकती है।
- व्हीटग्रास के रस का अधिक सेवन करने से मतली की दिक्कत पैदा हो सकती है।