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आम के फायदे और नुकसान

आम के फायदे और नुकसान

2022-05-24 16:52:23

हर कोई आम के सीजन का इंतजार बेसब्री से करता है। इन दिनों बाजारों, गलियों और मोहल्लों में सबसे ज्यादा आम बिकते दिखाई देते हैं। बच्चे हो या बड़े हर कोई आम खाने के लिए हमेशा तैयार रहता है। कहते हैं न मीठी बोली एवं मीठा व्यवहार हर किसी का दिल जीत लेता है, ठीक वैसे ही आम की मीठी खुशबू और मिठास इसे फलों का राजा बनाती है। आम सिर्फ फलों का राजा ही नहीं, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसलिए आम खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। आम के साथ इसके पत्ते और छिलके भी फायदेमंद होते हैं। आम के पत्तों को न सिर्फ पूजा-पाठ के दौरान और घर के द्वार में लगाने के लिए उपयोग किया जाता है, बल्कि कई प्रकार की दवाइयां बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है। आम का वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिका है और संस्कृत में आम को आम्रः कहा जाता है।

 
आम में मौजूद पोषक तत्व-

आम में पोटेशियम, मैग्नीशियम और कॉपर जैसे खनिज लवण प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा आम क्वार्सेटिन, बीटा कैरोटीन और एस्ट्रागालीन का भी बेहतरीन स्रोत है। इन शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट में फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय करने की क्षमता होती है। दरअसल यह फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त करते हैं, जिससे हृदय संबंधी बीमारियां, समय से पहले बुढ़ापा, कैंसर और डिजनरेटिव बीमारियां जन्म लेतीं हैं।

 
आम के फायदे;
वजन को कम करने के लिए-

आम में विटामिन सी एवं फाइबर होता है। जो बॉडी के अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद करता है। दरअसल आम में मौजूद विटामिन सी वसा के जमाव को रोककर चयापचय में सुधार करता है। इसलिए वजन कम करने के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में आम को शामिल करना चाहिए।

 
पाचन के लिए-

आम पाचन और गैस जैसी पेट की समस्या के लिए लाभकारी होता है। आम का सेवन डाइजेस्टिव जूस को उत्तेजित कर पाचन क्रिया में सकारात्मक प्रभाव डालने का काम करता है। जिससे शरीर के पाचन तंत्र के कार्य में सुधार होता है।

 
गले की खराश के लिए-

बदलते मौसम या ठंडी-गरम चीजों का सेवन करने से गले में खराश होना एक सामान्य समस्या है। ऐसे में आम का पत्ता काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण गले की खराश एवं गला संबंधित अन्य विकारों को दूर करने का काम करते हैं। इसके लिए आम की पत्तियों का काढ़ा बनाकर, उसमें एक चम्मच मधु डालकर पिएं।

 
गठिया/जोड़ों में दर्द के लिए-

जोड़ों के दर्द और गठिया रोग से पीड़ित लोगों के लिए आम खाना फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। जो गठिया और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं में राहत पहुंचाने का काम करते हैं। इसके अलावा आम में ल्यूपाल नामक यौगिक होता है। जो तेज दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।

 
रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए-

एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार आम इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory) को बढ़ावा देता। आम में फ्लेवोनोइड और विटामिन सी मौजूद होते हैं। जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने का काम करते हैं। इसके अतिरिक्त आम में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण कई तरह के बैक्टीरिया को दूर कर, शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

 
आंखों के लिए-

शरीर के अन्य अंगों की तरह आंखों का ध्यान रखना भी आवश्यक है। उम्र के साथ आंखों की रोशनी कम होना सामान्य बात है, लेकिन कम उम्र में ही ऐसा हो, तो इसका मतलब है शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना। खासकर, विटामिन-ए की। जिसका असर आंखों की रोशनी पर पड़ता है। ऐसे में आम का सेवन आंखों को स्वस्थ रखने का काम करता है, क्योंकि इसमें विटामिन-ए पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। इसके अतिरिक्त आम में मौजूद क्रिप्टोजैन्थिन (cryptoxanthin) नामक कैरोटिनॉइड उम्र के साथ होने वाले कमजोर दृष्टि की समस्या को भी कम करने में मदद करता है।

 
दिमाग के लिए-

आम दिमाग को तेज रखने और याददाश्त मजबूत करने में भी मदद करता है। आम में मौजूद बायोएक्टिव घटक दिमाग को स्वस्थ रखता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार आम के अर्क में कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिससे याददाश्त तेज होती है। वहीं, थाईलैंड में हुए एक अन्य अध्ययन में आम में न्यूरोप्रोटेक्टिव (neuroprotective) गुण होने की पुष्टि की गई है।

 
गर्मी से बचाव के लिए-

आम गर्मियों के मौसम का फल है। यह शरीर को गर्मियों में चलने वाली गर्म हवा यानी लू से बचाता है। गर्मी के दिन में पके आम का जूस पीने से गर्मी के प्रकोप से बचा जा सकता है। क्योंकि यह न सिर्फ शरीर को ताजगी देता है बल्कि हाइड्रेट भी करता है। इसके अलावा अधिकांश लोग लू लगने और बुखार आने पर कच्चे आम को उबालकर शरीर पर लगाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे शरीर ठंडा होता है। गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए पके आम के अलावा कच्चे आम का रस भी पीया जा सकता है।

 
ब्लड प्रेशर के लिए-

आम में मौजूद एसिटिक एसिड में एंटी-ह्यपरटेंसिव (Antihypertensive) यानी ब्लड प्रेशर को कम करने वाला गुण होता है। इसलिए संतुलित मात्रा में आम के जूस का उपयोग करके ब्लड प्रेशर के जोखिमों से बचा जा सकता है।

 
ब्लड शुगर के लिए-

आम का इस्तेमाल डायबिटीज के लिए अच्छा होता है। यह शरीर में ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा आम में फाइबर और मैगीफेरिन होता है। जिसमें एंटी-डायबिटिक और एंटी-ग्लाइसेमिक प्रभाव होता है। इसी वजह से आम का जूस मधुमेह की समस्या में आराम देने का काम करता है।

 
कोलेस्ट्रॉल के लिए-

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हृदय रोग और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों का कारण बनता है। लेकिन इस तरह की बीमारियों से बचने में आम काफी मददगार सबित होता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की रिपोर्ट के अनुसार आहार में मौजूद फाइबर और सीरम टोटल कोलेस्ट्रॉल एवं ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करते हैं। इस रूप में आम एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने का काम करता है।

 
खून की कमी यानी एनीमिया के लिए-

सही खान-पान न होने और शरीर को जरूरी पौष्टिक तत्व न मिलने से खून की कमी की समस्या हो सकती है। ऐसे में आम का सेवन लाभकारी होता है। सिर्फ आम नहीं, बल्कि आम का फूल भी खून की कमी में फायदेमंद होता है। क्योंकि आम कई तरह के पौष्टिक तत्वों से भरा होता है। आम में मौजूद विटामिन-सी शरीर में आयरन के अवशोषण में मदद करता है और एनीमिया की समस्या से राहत दिलाने में सहायक होता है।

 
डायरिया के लिए-

यह लोगों को थोड़ा चौकाने वाली बात है कि डायरिया में आम का सेवन करना हितकर है। कई बार लोग इस दौरान आम का सेवन करने से मना करते हैं, क्योंकि यह गर्म होता है। लेकिन ऐसा नहीं, आम और आम के बीज में एंटी-डायरियल गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा आम के साथ इसके पत्ते भी लाभकारी होते हैं। क्योंकि आम के पत्ते टैनिन से भरपूर होते हैं और डायरिया के इलाज के लिए इसे सुखाकर खाया जा सकता है। इतना ही नहीं कैरेबियाई द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में आम के पत्तों के काढ़े का उपयोग दस्त के इलाज के लिए किया जाता है।

 
संभोग और शुक्राणु के लिए-

आम में कामोत्तेजक (aphrodisiac) गुण पाए जाते हैं। जो संभोग की इच्छा को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा आम में मौजूद विटामिन-ई और बीटा-कैरोटीन का मिश्रण शुक्राणुओं को नष्ट होने से बचाने का काम करते हैं।

 
त्वचा के लिए-

आम में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं। जो त्वचा संबंधी कई विकारों को दूर करने में मददगार साबित होते हैं।

 
सनबर्न के लिए-

आम का जूस स्किन के pH लेवल को संतुलित रखकर संक्रमण से बचाता है। इसके अतिरिक्त आम को धूप की कालिमा का इलाज करने में भी कारगर माना गया है।

 
बालों के लिए-

बालों को खूबसूरत और चमकदार बनाने के लिए आम का सेवन लाभप्रद होता है। आम में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है। जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है और बालों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। इसके अलावा आम में कई ऐसे पौष्टिक तत्व होते हैं। जो बालों को घना और चमकदार बनाते हैं।

 
आम के नुकसान-
  • ज्यादा कच्चे आम का सेवन करने से गैस, उल्टी और पेट दर्द की समस्या हो सकती है।
  • संवेदनशील स्वास्थ्य वाले लोगों को आम का सेवन करने से एलर्जी या गले में खराश की समस्या हो सकती है।
  • अधिक आम के सेवन से वजन और डायबिटीज दोनों बढ़ सकते हैं।
  • जिन लोगों को गठिया की समस्या है। वह आम का सेवन डॉक्टर के सलाह से करें।
  • कच्चा आम खाने के बाद भूलकर भी दूध न पिएं। आयुर्वेद के अनुसार यह सही नहीं है।
  • गर्भवती महिलाएं, खासतौर पर जिन्हें गर्भकालीन मधुमेह है। वह आम का सेवन चिकित्सक परामर्शानुसार ही करें।

Disclaimer

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