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चुकंदर के फायदे और उपयोग

चुकंदर के फायदे और उपयोग

2022-05-24 16:43:44

चुकंदर एक सुपरफूड है। जो अपने गहरे लाल रंग और स्वास्थ्य लाभों के चलते काफी लोकप्रिय है। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा एवं सौंदर्य को बढ़ाने और तमाम बीमारियों को ठीक करने के लिए चुकंदर को फायदेमंद माना जाता है। ज्यादातर लोग इसका सेवन सलाद और जूस के रूप में करना पसंद करते हैं। चुकंदर को आयरन और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत समझा जाता है। वहीं इसमें फोलिक एसिड मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम, आयोडीन, नाइट्रेट, फास्फोरस, विटामिन सी, विटामिन बी1, बी2 और सोडियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं। जो शरीर में रक्त की मात्रा को बढ़ाने, स्टेमिना बढ़ाने, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, मसल्स को मजबूत करने और कई अन्य रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। चुकंदर में एक बीटानिन (betanin) नामक पिगमेंट भी पाया जाता है। जो इसे पिंक कलर देता है।

 
क्या है चुकंदर?

चुकंदर एक मूसला जड़ (एक मुख्य केन्द्रीय जड़, जिससे अन्य जड़ें निकली होती है) वाला पौधा है। जो बीटा वल्गैरिस नामक किस्म से संबंध रखता है। इसका अधिकतम उपयोग खाने के साथ सलाद, फूड कलर, जूस और औषधि के रूप में होता है। लेकिन तासीर से ठंडा होने के कारण चुकंदर का ज्यादातर प्रयोग गर्मियों में किया जाता है।

चुकंदर को स्पेनिश में ला रेमोलाचा (la remolacha), चीनी भाषा में हांग कै टू (Hong cai tou) और अंग्रेजी में बीटरूट (Beetroot) कहते हैं। वहीं कुछ जगह इसको “रेड रानी” के नाम से भी जाना जाता है।

 
चुकंदर के फायदे-
आंखों के लिए-

चुकंदर आंखों के लिए लाभकारी होता है। क्योंकि चुकंदर को कई विटामिन और मिनरल्स का खजाना माना जाता है। इसमें विटामिन-सी भी मौजूद है। जो आंखों के लिए बेहद जरूरी और चुकंदर में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

 
दांत और हड्डियों के लिए-

कैल्शियम हड्डियों की मजबूती और शरीर के अन्य अंगों की रक्षा के लिए जरूरी होता है। चूंकि चुकंदर को कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। जो दांत और हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए हड्डियों की मजबूती एवं शरीर के अन्य अंगों के लिए चुकंदर का सेवन करना अच्छा होता है।

 
मधुमेह के लिए-

चुकंदर में हाइपोग्लाइमिक गुण मौजूद होते हैं। जो मधुमेह को नियंत्रित करने का काम करते हैं। इसलिए चुकंदर का सेवन मधुमेह के प्राकृतिक इलाज के रूप में किया जा सकता है।

 
हृदय के लिए-

चुकंदर में नाइट्रेट तत्व पाया जाता है। जो रक्तचाप को सामान्य करके, हृदय रोग और हृदयाघात से बचाने का काम करता है। इसके अलावा चुकंदर में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जो हृदय रोग का कारण बनने वाली शरीर की सूजन को कम करते हैं। वहीं इसमें मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स भी लगातार हृदय को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। इसलिए हृदय को स्वस्थ रखने के लिए चुकंदर का इस्तेमाल करना अच्छा होता है।

 
लिवर के लिए-

चुकंदर लिवर को डिटॉक्सिफाई करने का काम करता है। चुकंदर में मौजूद बीटरूट लिवर को होने वाली ऑक्सीडेटिव क्षति को कम करता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स, शरीर के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसलिए लिवर से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए चुकंदर का सेवन करना चाहिए।

 
उच्च रक्तचाप के लिए-

सही स्वास्थ्य के लिए धमनियों में रक्त के प्रवाह को सामान्य रखना बेहद जरूरी होता है। चूंकि चुकंदर में नाइट्रेट नामक तत्व मौजूद होता है। जो हाई बीपी को कम करने में मदद करता है। इसलिए उच्च रक्तचाप के घरेलू उपचार में चुकंदर के सेवन को भी शामिल किया जाता है। 

 
त्वचा के लिए-

चुकंदर के अर्क में ग्लूकोसिलेरैमाइड (glucosylceramide) नाम का तत्व मौजूद होता है। जो त्वचा की ऊपरी परत को सुरक्षा प्रदान करता है। इसलिए त्वचा को लंबे समय तक स्वस्थ रखने के लिए चुकंदर के जूस का सेवन करना चाहिए।

 
एनीमिया के लिए-

एनीमिया के समय शरीर में आयरन की कमी होने लगती है। जिसके कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं हो पाता। ऐसे समय में रोगी को आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। चूंकि चुकंदर को आयरन का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसलिए चुकंदर का सेवन शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाकर शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।

 
कैंसर के लिए-

चुकंदर से संबंधित एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार इसमें बीटरूट प्रभाव पाया जाता है। जो शरीर में फेफड़े और स्किन कैंसर को विकसित होने से रोकने का काम करता है। वहीं गाजर और चुकंदर के जूस को मिलाकर पीने से शरीर में ब्लड कैंसर की आशंका भी कम होती है।

 
गर्भावस्था में फायदेमंद-

गर्भावस्था में चुकंदर का सेवन करना लाभकारी होता है। क्योंकि यह फोलेट का अच्छा स्रोत है, जिसे गर्भावस्था के समय जरूरी विटामिन माना जाता है। दरअसल फोलेट भ्रूण के विकास, उसकी रीढ़ व मस्तिष्क के विकास में मदद करता है। वहीं शिशु में जन्म के दौरान होने वाली विकृतियों की संभावना को भी कम करता है। इसलिए गर्भावस्था में चुकंदर का सेवन करना सेहत के लिए अच्छा होता है।

 
चुकंदर का उपयोग-
  • चुकंदर को भोजन के साथ सलाद के रूप में खाया जाता है।
  • चुकंदर का जूस निकालकर पिया जाता है।
  • चुकंदर को काटकर, उसपर नींबू और नमक छिड़कर कच्चा भी खाया जाता है।
  • कुछ लोग चुकंदर का सेवन रायते के रूप में करना पसंद करते हैं।
  • कुछ लोग चुकंदर की सब्जी बनाकर भी खाते हैं।
चुकंदर के नुकसान-
  • चूंकि चुकंदर में भरपूर मात्रा में डाइट्री ऑक्सालेट होता है। इसलिए इसका अधिक सेवन पथरी की समस्या पैदा कर सकता है।
  • कुछ लोगों को चुकंदर में मौजूद बीटरूट से एलर्जी होती है। इसलिए इसके अधिक सेवन से अर्टिकेरिया (त्वचा पर लाल, खुजलीदार और जलनशील चकत्ते), सांस लेने में तकलीफ और नाक व आंखों में दिक्कत हो सकती है।
  • चुकंदर का अधिक सेवन लिवर में मेटल जमा कर सकता है और बीटूरिया (यूरिन का रंग बदलना) का कारण भी बन सकता है।
  • चुकंदर के नुकसान में कलर स्टूल (लाल मल आना) भी शामिल है।

Disclaimer

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