जानें, तमानु ऑयल के फायदे, उपयोग और सावधानियां
2022-05-24 17:04:10
अपने दैनिक जीवन में लोग कई तरह के तेलों का इस्तेमाल करते हैं। इन तेलों में कुछ तेल को खाने के रूप में उपयोग किए जाते हैं तो कुछ तेल बालों और त्वचा को स्वस्थ एवं मजबूत रखने के लिए। इसी तरह का एक तेल है तमानु का तेल। जिसे अंग्रेजी में तमानु ऑयल (Tamanu oil) कहा जाता है। अधिकांश लोग इस तेल से अनजान रहते हैं, लेकिन तमानु का तेल कई फायदेमंद गुणों से भरपूर होता है। इस ऑयल में कैलोफिलिक एसिड, फोसफोलिपिड्स, एंटीबायोटिक और कई शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण पाए जाते हैं। इस तेल को त्वचा और बालों के अतिरिक्त कॉस्मेटिक उत्पाद में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस तेल को सैलोफिल्यू्मिनोफिलू नामक पेड़ के बीज से तैयार किया जाता है।
तमानु तेल में मौजूद पौष्टिक तत्व-
तमानु तेल तमाम पौष्टिक तत्वों से प्रचुर होता है। इस तेल में मुख्य रूप से तीन यौगिक- कैलोफिलिक एसिड, फोसफोलिपिड्स और एंटीबायोटिक में लैक्टोन मौजूद होते हैं। तमानु ऑयल पर किए गए शोध में पाया गया कि तमानु तेल में कैलोफाइलोलाइड (एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रखने वाला पदार्थ) और डेल्टा-टोकोट्रिनॉल (विटामिन ई का एक रूप) होता है। इसके अतिरिक्त तमानु ऑयल में कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं, जो इसकी विशेषता को बढ़ाने का काम करते है।
तमानु ऑयल के फायदे-
तमानु के तेल में त्वचा से लेकर बालों तक कई स्वास्थ्य लाभ शामिल हैं। आइए बात करते हैं इन्हीं फायदों के बारे में;
त्वचा हेतु तमानु तेल के फायदे-
मुंहासों को कम करने के लिए-
तमानु तेल में जीवाणुरोधी गुण मौजूद होते हैं। जो मुंहासे और उसके बैक्टीरिया से लड़कर त्वचा को मुहांसे से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। इसके अलावा तमानु ऑयल के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मुंहासों की सूजन और लालिमा को कम करने का काम करते हैं। इसके लिए रात को सोने से पहले कॉटन (रुई) की सहायता से तमानु ऑयल को संक्रमित हिस्से पर लगाना चाहिए।
सनबर्न से छुटकारा दिलाने में-
तमानु तेल में मौजूद कैलोफाइलोलाइड (एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रखने वाला पदार्थ) सनबर्न और फफोले को ठीक करने में मदद करता है। यह त्वचा की लालिमा को कम करता है। यह जली हुई त्वचा को आराम देकर स्किन की टैनिंग को तेजी से खत्म करता है। इसके लिए तमानु ऑयल की कुछ बूंदों को हथेली में लेकर चेहरे और स्किन की अच्छे से मसाज करें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में सनबर्न से छुटकारा मिलता है।
ड्राई स्किन को हाइड्रेट करने के लिए-
तमानु ऑयल में ओलिक और लिनोलिक फैटी एसिड पाया जाता है। जो क्लींजिंग एजेंट के रूप में ड्राई स्किन को मॉइस्चराइज करने में मदद करता है। तमानु के तेल में विटामिन-ई और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जो बेजान और रूखी त्वचा को मुलायम बनाते हैं। इसके अतिरिक्त तमानु ऑयल में एंटीहाइपरटेन्सिव और एंटीफंगल जैसे गुण भी पाए जाते है। जो त्वचा की पूर्ण देखभाल करते हैं। इसलिए इसका उपयोग शुष्क और खुरदरी त्वचा को चिकना बनाने के लिए किया जा सकता है।
झुर्रियों को कम करने के लिए-
तमानु तेल एक सुपर प्रभावी प्राकृतिक एंटी-एजिंग यौगिक है। जो झुर्रियों और महीन रेखाएं जैसे बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में सहायता करता है। इसके लिए तमानु तेल को जैतून के तेल और ऑर्गन ऑयल में से किसी भी ऑयल में मिलाकर चेहरे पर लगाए और कुछ देर बाद ठंड़े पानी से धो लें। इसके अलावा तमानु ऑयल में समुद्री नमक मिलाकर उससे बॉडी पर स्क्रब करें। यह स्क्रब त्वचा को एक्सफोलिएट कर उसे नमी प्रदान करता है। इससे त्वचा बच्चों की स्किन की तरह मुलायम हो जाती है। इस प्रक्रिया में समुद्री नमक त्वचा के रोमछिद्रों को खोलने और जैतून या ऑर्गन का तेल स्किन के ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम करता है।
त्वचा का रंग साफ करने के लिए-
कई बार धूप और यूवी किरणों के कारण त्वचा का रंग काला पड़ने लगता है। ऐसे में तमानु तेल का इस्तेमाल करना त्वचा के लिए अच्छा होता है। क्योंकि तमानु तेल में मौजूद लैक्टोन स्किन को साफ करने में सहायता करता है। दरअसल लैक्टोन स्किन पर एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। जो डिपिगमेंटेशन और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने और त्वचा का रंग साफ करने में सहायता करता है। इसके लिए तमानु ऑयल की कुछ बूंदों को हथेली में लेकर चेहरे और स्किन की अच्छे से मसाज करें।
सोरायसिस और एक्जिमा में सहायक-
त्वचा के लिए तमानु तेल का इस्तेमाल सोरायसिस (Psoriasis) और एक्जिमा (Eczema) जैसी त्वचा संबंधी गंभीर समस्याओं के लिए किया जाता है। सोरायसिस एक त्वचा रोग है। जिसमें त्वचा पपड़ीदार और लाल हो जाती है। कभी-कभी ऐसी त्वचा में दर्द और सूजन भी होने लगती है। वहीं, एक्जिमा त्वचा पर पड़ने वाले लाल धब्बों और चकत्तों को कहा जाता है।
बालों हेतु तमानु ऑयल के फायदे-
बालों को पोषण देने में सहायक-
बालों की किसी भी तरह की समस्या में तमानु ऑयल लाभदायक होता है। इसमें मौजूद ओलिक एसिड, लिनोलिक एसिड, पामिटिक एसिड और स्टीयरिक एसिड बालों को स्वस्थ्य बनाने और उन्हें मजबूती प्रदान करने का काम करते हैं। इसके अलावा तमानु ऑयल स्कैल्प (खोपड़ी) में आसानी से अवशोषित होकर रक्त संचार में सुधार और बालों के विकास में मदद करता है। जिससे बालों का झड़ने या गिरने का इलाज करने में आसानी होती है। इसके लिए नारियल, जोजोबा और जैतून तेल में से किसी एक तेल में कुछ बूंदें तमानु ऑयल मिलाकर सिर की मालिश करना अच्छा रहता है।
स्कैल्प (खोपड़ी) संबंधी बीमारी के लिए-
तमानु ऑयल स्किन में नमी बनाए रखने का काम करता है। इसके इसी गुण के चलते इसका इस्तेमाल मॉइस्चराइजिंग उत्पादों में भी किया जाता है। तमानु के तेल में मौजूद एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल गुण स्कैल्प (खोपड़ी) को संक्रमण से छुटकारा दिलाते हैं। इसके अतिरिक्त तमानु ऑयल के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण खुजली वाली स्कैल्प की खुजली से राहत पाने के लिए लाभप्रद साबित होते हैं।
कैसे करें तमानु ऑयल का इस्तेमाल?
- तमानु तेल को स्वास्थ्य या कॉस्मेटिक उत्पादों के रूप में सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है।
- ब्यूटी और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के तौर पर तमानु ऑयल का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। बाजार में तमानु ऑयल से बने साबुन, क्रीम, लोशन, इत्र, स्क्रब, तेल आदि प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं।
- तमानु ऑयल का प्रयोग कॉस्मेटिक उत्पादों के अलावा हेयर ऑयल और हेयर केयर प्रोडक्ट्स के रूप में भी किया जा सकता है।
तमानु ऑयल के नुकसान-
- जिन लोगों की त्वचा संवेदनशील है। उन लोगों को तमानु तेल का प्रयोग चेहरे और बालों पर पैच टेस्ट करने के बाद ही करना चाहिए। क्योंकि अधिक संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को इस तेल से एलर्जी की समस्या हो सकती है।
- तमानु तेल का उपयोग करते समय खुजली, लालिमा, जलन, या अन्य प्रतिकूल प्रभाव का अनुभव होता है, तो इस तेल का इस्तेमाल करना बंद कर दें।
- तमानु ऑयल का सेवन न करें। इसे केवल बाहरी उपयोग में लाएं।
- आंखों के आस-पास तमानु ऑयल का इस्तेमाल सावधानी से करें अर्थात इस तेल को आंखों में जाने से बचाएं।