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मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) क्या है? जानिए इसके प्रकार, लक्षण, कारण और उपचार

मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) क्या है? जानिए इसके प्रकार, लक्षण, कारण और उपचार

2022-08-06 00:00:00

मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) एक स्वप्रतिरक्षित (ऑटोइम्यून) बीमारी है ,एवं शरीर के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। यह एक ऐसा बीमारी हैं, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली नसों की स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुँचातीहै। मल्टीपल स्क्लेरोसिसवाले लोगों में, प्रतिरक्षा प्रणाली माइलिन (मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में तंत्रिकाओं को घेरने वाली सुरक्षात्मक कवच) में कोशिकाओं पर हमला करती है। जिसमें नसों की क्षति होती है। परिणामस्वरूप मस्तिष्क और शरीर के बीच संचार बाधित होता है।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस के प्रकार

मल्टीपल स्क्लेरोसिस चार प्रकार के होते हैं

  • रिलाप्सिंग-रेमिटिंग (आरआर) एमएसरिलाप्सिंग-रेमिटिंग मल्टीपल स्क्लेरोसिस (आरआर-एमएस) एमएस का सबसे आम प्रकार है, जो लगभग 85% एमएस रोगियों को प्रभावित करता है। आरआर-एमएस माइलिन और तंत्रिका तंतुओं पर हमले के कारण होता है, जो तंत्रिका संबंधी कार्य के बिगड़ने का कारण बनता है। इसके लक्षण सभी रोगियों में एक जैसा नहीं होते हैं। यह अलग-अलग मरीज में भिन्न होते हैं। साथ ही इससे ग्रस्त लोगों को अस्थायी रूप से यह बार-बार होता है।
  • सेकेंडरी प्रोग्रेसिव (एसपीएमएस)सेकेंडरी प्रोग्रेसिव मल्टीपल स्क्लेरोसिस एमएस का एक प्रकार है, जो एमएस कोरिलाप्सिंग-रेमिटिंग के बाद का स्टेज होता है। इस बीमारी में, समय के साथ लक्षण अधिक तेजी से खराब होते हैं। ज्यादातर लोग जो आरआरएमएस से पीड़ित होते हैं, उन्हें एसपीएमएस भी हो जाता है।
  • प्राइमरी प्रोग्रेसिव (पीपी) एमएसप्राइमरी प्रोग्रेसिव मल्टीपल स्क्लेरोसिस यह प्रकार बहुत कम लोगों में देखने को मिलता है। यह मल्टीपल स्क्लेरोसिस से पीड़ित मरीजों में से करीब 10% लोगों में पाया जाता है। इस बीमारी में शुरूआत से ही लक्षण धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं और यह बार-बार नहीं होता है। एमएस का यह रूप पुरुषों और महिलाओं में समान रूप से होता है।
  • प्रोग्रेसिव-रीलैप्सिंग (पीआरएमएस) प्रोग्रेसिव-रीलैप्सिंग मल्टीपल स्क्लेरोसिस एमएस का सबसे दुर्लभ रूप है और लगभग 5% एमएस रोगियों में देखने को मिलता है। पीआरएमएस से पीड़ित लोगों में शुरूआत से लगातार लक्षण खराब होते जाते हैं और यह बार-बार होता है। साथ ही इससे राहत भी नहीं मिलती है।
  • मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणमल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षण एक या एक से अधिक बार नजर आ सकते हैं। इसके लक्षण हल्के से लेकर गंभीर रूप धारण कर सकते हैं। साथ ही यह लंबी या छोटी अवधि के लिए भी होते हैं। जो निम्नलिखित हैं
  • थकान महसूस करना।
  • स्तब्ध हो जाना या शरीर के एक या अधिक अंगों में झनझनाहट या सुन्न हो जाना।
  • कमजोरी महसूस करना।
  • चक्कर आना।
  • यौन रोग (पुरुष और महिलाओं में कामोत्तेजना में कमी)
  • बार-बार बीमार होना।
  • भावनात्मक अस्थिरता (मूड स्विंग्स) होना।
  • चलने में कठिनाई महसूस करना।
  • मांसपेशियों में ऐंठन होना।
  • नज़रों की समस्या होना।
  • मूत्राशय या आंत की समस्याएं होना।
  • संज्ञानात्मक परिवर्तन होना।
  • अवसाद।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस का क्या कारण है?

जब कोई व्यक्ति मल्टीपल स्क्लेरोसिस से ग्रसित हो जाता है। इस अवस्था में व्यक्ति के मस्तिष्क, ऑप्टिक तंत्रिका और रीढ़ की हड्डी में कुछ तंत्रिका तंतुओं के आसपास सुरक्षात्मक माइलिन परत क्षतिग्रस्त हो जाती है। इस क्षति को प्रतिरक्षा प्रणाली के हमले का परिणाम माना जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इसका मुख्य कारण पर्यावरणीय ट्रिगर जैसे वायरस या विष, जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमले को ट्रिगर करते हैं।

जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली माइलिन पर हमला करती है, तो यह डिमैलिनेशन का कारण बनती है। इससे माइलिन रूपों की एक नई परत के रूप में छूट होती है, लेकिन पुरानी सूजन से निशान पड़ सकते हैं। जिससे स्थायी तंत्रिका में क्षति होती है।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस के जोखिम कारक

मल्टीपल स्क्लेरोसिस के विकास के लिए कई जोखिम कारक होते हैं। जिसमें कुछ महत्वपूर्ण जोखिम कारकों नीचे बताए गए हैं

  • पारिवारिक इतिहास
  • मोटापा।
  • संक्रमण।
  • धूम्रपान।
  • कुछ ऑटोइम्यून रोग जैसे टाइप 1 मधुमेह और रूमेटाइड गठिया।
  • विटामिन डी का निम्न स्तर और सूर्य के प्रकाश में कम रहना आदि।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लिए उपचार

सप्लीमेंट

  • विटामिन डी एक शक्तिशाली इम्यूनोमॉड्यूलेटरी और प्रतिरक्षा प्रणाली को आराम प्रदान करने वाला सप्लीमेंट है। विटामिन डी के कुछ खाद्य स्त्रोत जैसे ठंडे पानी की मछली, फोर्टिफाइड डेयरी फ़ूड, और अंडे आदि का सेवन करके पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी लिया जा सकता है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक धूप या प्रकाश चिकित्सा उपकरणों के संपर्क में आने से भी विटामिन डी प्राप्त किया जा सकता है।
  • एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन ए, सी, और ई सूजन को कम करते हैं। विटामिन सी मूत्र पथ के संक्रमण को भी रोकता है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान विटामिन ए की उच्च खुराक हानिकारक हो सकती है, जबकि विटामिन ई की उच्च खुराक जटिल समस्या उत्पन्न कर सकती है। इसलिए इस सप्लीमेंट का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
  • एमएस के मरीजों में विटामिन बी12 का स्तर कम होता है। यह मुख्य रूप से मांस और पशु उत्पादों में पाया जाने वाला विटामिन होता है। इसलिए, शाकाहारी लोगों को विटामिन बी 12 की कमी होने की अधिक संभावना होती है। जिसके परिणामस्वरूप डॉक्टर विटामिन बी 12 की कमी की जांच के लिए रक्त परीक्षण करवाते हैं ।
  • कैल्शियम लेने से मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणों में सुधार होता है। हालांकि, पूरक ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करता हैं। लेकिन एमएस वाले कुछ लोगों को विकसित होने का खतरा अधिक होता है।
  • अश्वगंधाअश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है। जिसे कभी-कभी विशेष आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा एमएस के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। क्योंकि यह एक एडाप्टोजेन है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली में कोशिकाओं को उत्तेजित करने में मदद करता है।
  • च्यवनप्राशच्यवनप्राश का उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के रूप में किया जाता है। इस प्रकार, च्यवनप्राश मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लिए एक प्रभावी उपाय है।
  • अदरकअदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जिसका उपयोग नसों और मांसपेशियों के आसपास की सूजन को कम करने के लिए किया जाता है। जो मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) का एक लक्षण है।
  • मुलेठी मुलेठी सूजन को कम करने का सबसे अच्छा उपाय है, जो एमएस के लक्षणों के उपचार में प्रभावी है।
  • पुदीनापुदीना एमएस के उपचार के लिए चिकित्सकीय रूप से सहायक है क्योंकि इसमें जीवाणुरोधी और सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं।
  • हल्दीहल्दी एमएस के लक्षणों के इलाज में फायदेमंद है क्योंकि यह सूजन-रोधी गुणों का एक समृद्ध स्रोत है।
  • करौंदे का जूसकरौंदे के जूस का सेवन करने से मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणों को कम किया जा सकता है क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।
  • व्यायामव्यायाम हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है और एमएस वाले व्यक्ति को मजबूत और सक्रिय रहने में मदद करता है। योग थकान को दूर करता है और मूड में सुधार करता है। इसलिए एमएस वाले लोगों को नियमित रूप से व्यायाम और योग करना चाहिए।

कब जाएं डॉक्टर के पास?

यदि कोई चिकित्सक कहता है कि आपको मल्टीपल स्क्लेरोसिस है, तो आप दूसरी राय के लिए न्यूरोलॉजिस्ट से जरूर परामर्श लें और एमएस के निदान पर विचार करें। यदि निम्न में से एक या अधिक लक्षण दिखे तो चिकित्सक की सलाह के अनुसार मल्टिप्ल स्क्लेरोसिस का इलाज शुरू करें

  • एक या दोनों आंखों में दृष्टि की हानि होना।
  • पैर में या शरीर के एक तरफ तीव्र पक्षाघात होना।
  • अंगों में तीव्र झनझनाहट और सुन्नता होना।
  • शरीर का संतुलन बिगड़ना।
  • दोहरी दृष्टि।

Disclaimer

The informative content furnished in the blog section is not intended and should never be considered a substitution for medical advice, diagnosis, or treatment of any health concern. This blog does not guarantee that the remedies listed will treat the medical condition or act as an alternative to professional health care advice. We do not recommend using the remedies listed in these blogs as second opinions or specific treatments. If a person has any concerns related to their health, they should consult with their health care provider or seek other professional medical treatment immediately. Do not disregard professional medical advice or delay in seeking it based on the content of this blog.


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